नई दिल्ली। लोकसभा में संख्याबल के मामले में तो बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार ने बाजी मार ली है। लेकिन राज्यसभा में अभी तक सरकार को अन्य दलों की तरफ देखना पड़ता था। लेकिन अब बीजेपी ने राज्यसभा में अपने समर्थन के लिए ऐसी व्यूह रचना रची है, जो विपक्षी दलों की रणनीति को मात देगा। जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने लोकसभा में डेप्युटी स्पीकर पद वाईएसआर कांग्रेस को दिया है।

असल में बीजेपी उन विपक्षी दलों को साध रही है। जो आने वाले समय में उसके साथ खड़े हो सकते हैं। खासतौर से राज्यसभा में जहां केन्द्र की मोदी सरकार के पास बहुमत नहीं है। कुछ दिन पहले शिवसेना ने इसके लिए दावा किया था। हालांकि शिवसेना एनडीए का ही हिस्सा है। उस वक्त चर्चा थी कि बीजेपी इस पद को नवीन पटनायक की अगुवाई वाली बीजेडी को देने की सोच रही है। लेकिन इस बारे कोई आगे नहीं बढ़ी। 

वहीं पिछले कुछ दिनों से वाईएसआर के चीफ जगन मोहन रेड्डी की बीजेपी के साथ निकटताएं बढ़ी हैं। जिसे भविष्य की राजनीति के तौर पर देखा जा रहा है। जगन ने भी पिछले दिनों जब पीएम से मुलाकात की थी उन्होंने कहा था कि अगर एनडीए बहुमत के लिए संख्याबल नहीं जुटा पाता तो वह अपनी समर्थन देते।

लोकसभा में वाईएसआर के 22 सांसद हैं। जबकि राज्यसभा में दो सांसद हैं। लेकिन राज्य में वाईएसआर की सरकार बन जाने के बाद राज्यसभा के लिए भविष्य में होने वाले चुनाव में वाईएसआर के सदस्यों की संख्या राज्यसभा में और ज्यादा बढ़ेगी।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी से मुलाकात कर लोकसभा में डेप्युटी स्पीकर का पद दिया। ये ऑफर राव ने पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की तरफ से दिया है। फिलहाल लोकसभा सत्र की शुरुआत 17 जून से हो रही है।

इसमें स्पीकर का चयन होगा और उसके बाद डिप्टी स्पीकर का चुनाव किया जाएगा। फिलहाल नीति आयोग की 15 जून को दिल्ली में होने वाली बैठक में रेड्डी आ रहे हैं और इस दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी से मुलाकात होगी। गौरतलब है कि पिछली लोकसभा में एम थंबीदुरई को इस पद के लिए चुना गया था, जो एआईएडीएमके के सांसद थे।