गुजरात की राजनीति में तूफान लाने वाले गैंगस्टर सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले ने नया मोड़ आया है। इस मामले की सुनवाई के दौरान विशेष सीबीआई कोर्ट में एक गवाह ने दावा किया है कि सोहराबुद्दीन शेख ने ही गुजरात के पूर्व गृह मंत्री हरेन पांड्या की हत्या की थी।

गवाह ने दावा किया कि शेख ने 2003 में ये हत्या गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा के इशारे पर की थी। बता दें कि शेख के एनकाउंटर में वंजारा को भी आरोपी बनाया गया था और उन्हें हाल ही में इस आरोप से बरी किया गया है। 2013 में अहमदाबाद में पांड्या की हत्या हुई थी। गवाह का नाम जाहिर नहीं किया गया है।

गवाह ने कहा कि वह 2002 में शेख से मिला था। उसका और उसकी पत्नी कौसर बी के साथ ही उसके सहयोगी तुलसी प्रजापति का वह अच्छा दोस्त बन गया था। गवाह ने बताया, 'उस दौरान सोहराबुद्दीन ने मुझे बताया कि उसे डीजी वंजारा से गुजरात के गृह मंत्री हरेन पांड्या की हत्या करने के लिए पैसे मिले और उसने काम पूरा कर दिया है। तब मैंने उससे कहा था कि उसने गलत किया है और एक भले इंसान की हत्या कर दी है।'  

गवाह ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एस जे शर्मा के समक्ष अपना बयान दर्ज कराते हुए गवाह ने कहा, ‘प्रजापति ने मुझसे कहा कि गुजरात पुलिस ने सोहराबुद्दीन और उसकी पत्नी कौसर बी की हत्या की गवाही अगले हफ्ते जारी रहेगी।

गुजरात पुलिस के साथ साल 2005 में एक मुठभेड़ में सोहराबुद्दीन और उसकी पत्नी मारी गई थी। बाद में गुजरात एवं राजस्थान पुलिस के साथ मुठभेड़ में प्रजापति भी मारा गया था।

इन दोनों मुठभेड़ों के लिए सीबीआई द्वारा आरोपी बनाए गए कुल 38 लोगों में से 16 को निचली अदालत आरोपमुक्त कर चुकी है। आरोपमुक्त होने वालों में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वंजारा और गुजरात एवं राजस्थान पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।