सउदी अरब में मजदूरी कर अपने परिवार को पालने वाले 35 साल के जुल्फिकार को उसके साथी ने ही गोली मार दी। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में रहने वाला, जुल्फिकार के परिवार की माली हालत बेहद दयनीय है। आलम ये है कि परिवार वालों के पास जुल्फिकार का शव लाने तक के पैसे नहीं हैं।
जुल्फिकार अहमद को उसके साथी ने बेहद मामूली बात पर गोली मार दी। सउदी अरब की पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया है पर पूरे मामले में संकट का पहाड़ जुल्फिकार के परिवार वालों पर टूट पड़ा है। मुश्किल हालात में उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार की है ताकि उनके निर्देश पर सउदी अरब में भारतीय दूतावास जुल्फिकार के शव को भेजने की व्यस्था करे।
जुल्फिकार की मौत की खबर से पुंछ के मेंढर के केरी गुल्था गांव में मातम पसरा है। सउदी अरब के तरीब इलाके में जुल्फिकार के साथी ने उसे गोली मारी। गोली लगने से मौत के बाद की फोटो गांव वालों को मिली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
पैसों की किल्लत से जूझ रहे परिवार ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार की है।
माय नेशन से फोन पर बातचीत में जुल्फिकार के पिता मोहम्मद इकबाल ने बताया कि “हमलोग गरीब हैं। मेरे बेटे की मौत के बाद उसकी पत्नी और तीन बच्चे अनाथ हो गए हैं। हमारा सबकुछ लुट चुका है। इस दुखद खबर से हर कोई स्तब्ध है। हमनें भारत सरकार से मदद मांगी है, खास तौर पर सुषमा स्वराज जी से। कम से कम हम उसका मरा मुंह तो देख सकें”।
माय नेशन से बात करते हुए स्थानीय विधायक जावेद राणा कहते हैं कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि देश से बाहर हमारे नागरिक सुरक्षित नहीं है। मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि देश के बाहर अलग-अलग जगहों पर काम कर रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करता हूं। विदेश मंत्रालय से भी हमारा अनुरोध है कि वो पूरे मामले को अपने संज्ञान में लेते हुए जुल्फिकार का शव भारत लाने का प्रबंध करे ताकि उसके परिवार वाले उसके आखिरी रस्म कर सकें।
Last Updated Aug 2, 2018, 11:21 AM IST