उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच बनने वाला गठबंधन एक कदम आगे बढ़ गया है. हालांकि अभी तक दोनों के बीच कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है. लेकिन अब ये तय माना जा रहा है कि दोनों दलों के बीच आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन होगा और जल्द ही इसका ऐलान किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच बनने वाला गठबंधन एक कदम आगे बढ़ गया है. हालांकि अभी तक दोनों के बीच कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है. लेकिन अब ये तय माना जा रहा है कि दोनों दलों के बीच आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन होगा और जल्द ही इसका ऐलान किया जाएगा.
असल में आज सपा महासचिव रामगोपाल यादव और बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने एत साझा प्रेस कांफ्रेंस की. शुक्रवार को लखनऊ में अवैध खनन को लेकर सीबीआई के छापे के बाद इसकी आंच अखिलेश यादव पर आनी तय मानी जा रही है. लिहाजा इन दोनों ने साझा प्रेस कांफ्रेस कर भाजपा पर सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. दोनों नेताओं ने कहा कि हालात जैसे बन रहे हैं उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी सीट छोड़नी पड़ेगी.
मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव से पहले सीबीआई के जरिए हमें परेशान कर रही है. मिश्रा ने कहा कि योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के सदस्यों के निजी सचिव स्टिंग ऑपरेशन में घूस लेते पकड़े गए हैं. उन्होंने सवाल किया कि बिना मंत्री की सहमति के कोई निजी सचिव घूस ले सकता है क्या. जबकि रामगोपाल यादव ने कहा कि दोनों दलों के गठबंधन से पहले सरकार ने सीबीआई रूपी तोते के साथ भाजपा ने गठबंधन कर लिया है, पर वे नहीं जानते पासा उल्टा पड़ेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे हालात हो गए हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनारस छोड़कर दूसरे जगह से चुनाव लड़ना पड़ेगा.
केंद्र के इशारे पर सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है. रामगोपाल यादव ने कहा कि एक तरफ अधिकारी के उपर रिपोर्ट दर्ज है तो मुख्यमंत्री कहां से दोषी है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर नहीं बना पा रहे हैं तो राम की मूर्ति बना रहे हैं. मालूम हो कि आगामी लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा, आरएलडी और अन्य छोटे दल मिलकर उतरेंगे. उम्मीद की जा रही है कि सपा और बसपा 37-37 सीटों पर लड़ेगी जबकि गठबंधन कांग्रेस के खिलाफ अमेठी और रायबरेली सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारे जाएंगे.
Last Updated Jan 7, 2019, 1:26 PM IST