इटावा. उत्तर प्रदेश के सैफई में स्थित मेजर ध्यानचंद्र स्पोर्ट्स कालेज की होनहार छात्रा ने मंगलवार तड़के गर्ल्स हॉस्टल के अपने कमरे में पंखे से लटककर फांसी लगा ली। उसके कमरे से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें छात्रा ने एक कोच की पत्नी यामिनी मैम का जिक्र किया है। लिखा है कि, वह अब कभी नहीं बोलेगी। अगर बच भी गई तो फिर से मार देना। इसके बाद अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी। पुलिस आत्महत्या के कारण का पता लगाने में जुटी है। 

आगरा जिले के बाह थाना इलाके की जरार गांव निवासी 15 वर्षीय सलोनी पुत्री विजय कुमार बैडमिंटन की खिलाड़ी थी और स्पोर्ट्स कालेज की कक्षा 8 की छात्रा थी। रूम मेट आयना गुप्ता के मुताबिक, वह अनुष्का के साथ रहती थी। बताया कि दीदी (सलोनी) रात में डायरी में कुछ लिख रही थी। धीरे धीरे बोल रही थी कि मैं जिंदगी से तंग आ गयी हूं। यह कदम तो मुझे बहुत पहले उठा लेना चाहिए था। वजह जानने की कोशिश की तो कह दिया कि, कोई बात नहीं। उसके बाद दोनों सो गए। लेकिन सुबह जब 4 बजे नींद खुली तो सलोनी पंखे से लटकी हुई थी। 

सलोनी के पिता विजय कुमार का कहना है कि, कॉलेज प्रशासन मेरी बेटी को बड़े लाड प्यार से रखता था। उन पर कोई आरोप नहीं है। न ही कोई कानूनी कार्रवाई चाहता हूं। लेकिन छात्रा के रुम से बरामद सुसाइड नोट में यामिनी मेम का जिक्र आया है। यामिनी एक कोच की पत्नी हैं और उनका छात्रा से क्या कनेक्शन है? यह जांच का विषय है।  

इस मामले में सैफई सीओ मस्सा सिंह का कहना है कि, जब परिवार कोई कार्रवाई नहीं चाहता है तो हम क्या कर सकते हैं? सुसाइड नोट का जिक्र किया गया तो सीओ ने कहा कि एसपीआरए के निर्देश का इंतजार है वो जैसा आदेश देंगे कार्रवाई की जाएगी। 

स्पोर्ट्स कालेज के प्रधानाचार्य एसके लहरी से जब इस मामले में बात की गई तो वह हर बात में अनिभिज्ञता जाहिर करते रहे और सवालों से बचते नजर आए।

सलोनी ने लिखा है कि, आज मैंने कोई शायद बहुत बड़ी गलती कर दी। इसलिए बबुआ मुझे माफ कर देना। अब मैं वह कदम उठाने जा रही हूं, जो शायद मुझे बहुत पहले उठा लेना चाहिए था। बाय बाय, मैं अभी भी बोल रही हूं कि पलक ने मुझे बताया कि यामिनी मैम यह बात बोली है कि कौन किस से सेट है। मगर मेरी यह गलती थी कि मैं बोल नहीं पाती कोई भी बात। मैं कभी भी नहीं बोलूंगी। कुछ भी नहीं, अगर मैं बच गई तो मुझे फिर से मार देना। क्योंकि मैं इस दुनिया में रहने लायक नहीं हूं। हां मैं वैसे दुनिया में रहने लायक ही नहीं हूं, कोई बात नहीं, जाने दो। बॉय बॉय गुड बॉय।