नई दिल्ली। ताइवान में लगातार हवाई सीमा में घुसपैठ कर रहे चीन को अब ताइवान ने अपनी ताकत दिखाई है। ताइवान ने कहा कि वह चीन की घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब देंगा। वहीं चीन के साथ चल तनाव के बीच ताइवान की सेना ने युद्धाभ्यास किया और आर्मी, नेवी और एयरफोर्स ने लाइव फायर एक्सरसाइज कर चीन को एक तरह से अपनी ताकत का एहसास कराया है। ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग वेन ने कहा कि हम कमजोर नहीं हैं और हम ये चीन को बताना चाहते हैं। हम अपनी जमीन पर चीनी घुसपैठ को रोकने में सक्षम हैं।

ताइवान के राष्ट्रपति साई इंन वेन ने काह कि अगर चीन कोई हिमाकत करता है तो उसका उसे मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। ताइवान की मिलिट्री ड्रिल में करीब 8 हजार से ज्यादा सैनिकों ने हिस्सा लिया और इसमें वायुसेना के एफ-16 फाइटर विमान और स्वदेशी फाइटर जेट चिंग-कुओ ने शक्ति प्रदर्शन कर चीन को कड़ा संदेश दिया।  मध्य ताइवान के तटीय इलाके ताईचुंग में हुए इस सैन्य अभ्यास ताइवान ने टैंक्स को भी शामिल किया था और इस युद्धाभ्यास का नाम को हान-कुआंग दिया गया था।

असल में ताइवान ने चीन को संदेश देने के लिए इस युद्धाभ्यास को किया। क्योंकि पिछले एक महीने के दौरान चीन के  ताइवान के ऊपर अपने फाइटर जेट्स कई बार उड़ा चुका है। हालांकि इसका जवाब ताइवान की वायुसेना  ने बहादुरी के साथ दिया और चीन के विमानों को ताइवान की हवाई सीमा से बाहर कर दिया। वहीं इस युद्धाभ्यास में ताइवान की नौसेना ने भी हिस्सा लिया और दक्षिण चीन सागर में तटों के पास मिसाइल और मशीन गन से अभ्यास किया। इसमें नौसेना के कई कई लड़ाकू युद्धपोत समुद्र में देखे गए। जिसके बाद चीन बौखला गया है। चीन ने पिछले दिनों कहा था कि ताइवान उसका हिस्सा है और वह उसे हासिल करके रहेगा।

ताइवान में राष्ट्रपति साई इंग वेन इस साल जनवरी में फिर चुनाव जीतकर सत्ता में आए हैं और वह चीन के खिलाफ आक्रामक हैं और उन्होंने कहा कि ताइवान चीन के आगे कभी नहीं झुकेंगा और अपनी ताकत दिखाएगी। चीन को टक्कर देने के लिए ताइवान ने इस साल अब तक का सबसे रक्षा बजट पेश किया। उधर अमेरिका भी ताइवान को आधुनिक मिसाइल दे रहा है। जिसके बाद चीन का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। हालांकि अब चीन दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है और अब वह कई देशों के खिलाफ मोर्चा खोल रहा है।