मामला माधोगंज की ग्राम पंचायत कुतवापुर के मजरा माहिमपुर का है। प्राथमिक विद्यालय मे अध्यापको की लापरवाही का खामियाजा नौनिहाल बच्चो को भुगतना पड़ रहा है। सोमवार की सुबह आठ बजे प्राइमरी पाठशाला माहिमपुर के बच्चे स्कूल पहुचे तो देखा कि स्कूल के मुख्य गेट का बंद था। बच्चे इधर उधर टहल कर अध्यापकों का इंतजार करने लगे।

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बच्चों के पहुंचने के थोड़ी देर बाद स्कूल में तैनात रसोइया गिरजा देवी व तारावती भी आ गयी। सब स्कूल खुलने का इंताजर करने लगे। कुछ बच्चे इस दौरान शरारत करने लगे तो रसोइयों ने बच्चों को अपने पास बैठा लिया और सभी से पढ़ने को कहा। बच्चों ने पहले तो आनाकानी की पर जब रसोइया ने प्यार से कहा तो सब अपनी कॉपी-किताब निकालकर बैठ गए। करीब साढ़े ग्यारह बजे तक सभी बच्चे व रसोइया प्रधानाध्यापक व अध्यापकों का इंतजार करते रहे और फिर वापस लौट गए।

इस सम्बंध में ग्राम प्रधान राम महेश ने बताया कि प्रधानाध्यापक सुधीर कुमार, सहायक अध्यापक शिल्पी, जितेन्द्र तैनात हैं। तीनों शिक्षक रोज स्कूल टाइम से नही खोलते, रोज आते भी नहीं हैं। प्रधान ने बताया कि वे 11 बजे तक स्कूल के बाहर खड़े रहे पर स्कूल मे कोई अध्यापक नही आया और बच्चे बिना पढ़े घर चले गए।

मामले की शिकायत पर अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच करवाई जाएगी और जो दोषी होगा उस पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।