बिना जीव की हाय से लोहा भस्म होय जाए...... भारतीय भक्त परंपरा के शिरोमणि कवि रहीम दास जी ने सदियों पहले यह दोहा लिख दिया था। जिसका अर्थ यह है कि निरपराध और निर्बलों को सताने का पाप कभी न कभी जरुर असर दिखाता है। 
पाकिस्तान का कुख्यात आतंकवादी मौलाना मसूद अजहर गंभीर बीमारियों का शिकार होकर बिस्तर पर पड़ा हुआ है। 
जैश-ए-मोहम्मद का सरगना अजहर रीढ़ की हड्डी और किडनी की बीमारी से जूझ रहा है। उसकी हालत इतनी बुरी है, कि वह बिस्तर पर पड़ा हुआ है। 
खबर आ रही है, कि अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद का पूरा काम अपने दो भाईयों रऊफ असगर और अतहर इब्राहिम के बीच बांट दिया है। क्योंकि डॉक्टरों के मुताबिक उसकी हालत इतनी गंभीर है वह बिस्तर से उठ ही नहीं सकता है। 
मसूद का पूरा परिवार आतंकवाद को पेशा बना चुका है। उसका एक भाई रऊफ जम्मू कश्मीर में कई घटनाओं को अंजाम देने में अहम भूमिका निभा चुका है। उसका दूसरा भाई अतहर बलूचिस्तान और अफगानिस्तान में आतंकी वारदातों को अंजाम देता है। 
खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मसूद अजहर का ईलाज पाकिस्तान के रावलपिंडी के कंबाइंड मिलिट्री अस्पताल में चल रहा है। 
मौलाना मसूद अजहर एक वैश्विक आतंकवादी है। 
उसे साल 1994 में श्रीनगर पर हमले की योजना बनाते हुए गिरफ्तार किया गया था।  
लेकिन 1999 में कंधार विमान अपहरण के समय सरकार ने उसे मजबूर होकर रिहा कर दिया था। 
मसूद ने ही 13दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर हमला कराया था। 
अक्टूबर 2001 में वह जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर भी हमला करा चुका है। 
साल 2005 में वह अयोध्या में भी हमला करा चुका है। 
2 जनवरी 2016 को पठानकोट में वायुसेना की छावनी पर हुए हमले का मास्टरमाइंड भी वही था। 
साल 2002 में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या भी मसूद अजहर ने ही कराई थी। 

मसूद अजहर की हरकतों को ध्यान रखते हुए भारत उसे मोस्ट वांटेड आतंकवादी की लिस्ट में रखता है। मार्च 2016 में मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए प्रस्ताव भी पास किया था। लेकिन चीन ने इसमें अड़ंगा डाल दिया। 

मसूद अजहर ने जिहाद के नाम पर हजारों लोगों की हत्या करवाई है। वह खुद को पांच वक्त का नमाजी और मौलाना बताता है। लेकिन अब जब उसके पापों की सजा उसे खुद-ब-खुद मिलनी शुरु हो गई है, तो उसका कोई भी ढोंग उसे बचा नहीं पा रहा है। 

 दुनिया भर की सरकारों के लिए सिरदर्द बना मसूद अजहर अब इतना बेबस हो गया है, कि वह बिस्तर से भी उठ नहीं पा रहा है।