अयोध्या। अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अहम बैठक बगैर किसी नतीजे के खत्म हो गई है। फिलहाल राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आज की बैठक में मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन और आधारशिला रखने की कोई तिथि तय नहीं हो सकी है। इसके साथ ही ट्रस्ट की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संभावित तिथियां भेजी गई हैं। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा इन तिथियों में अपनी सहमति प्रकट करने के बाद से ही अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन और आधारशिला को रखा जाएगा। 

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि आज किसी भी तारीख पर सहमति नहीं बना सकी है और पीएम मोदी को शिलान्यास में आने का निवेदन किया गया है। इसके लिए तिथियां पीएमओ भेजी गई हैं और अंतिम फैसला पीएमओ ही करेगा। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास जी ने पीएम मोदी से आधारशिला के कार्यक्रम में आने का निवेदन किया है। 

वर्तमान में देश में कई तरह के मामले चल रहे हैं। लिहाजा पीएमओ कार्यक्रम को देखकर इस पर फैसला करेगा और हमने तारीख तय करके पीएमओ को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि बैठक में यह तय हुआ है कि सोमपुरा ही मंदिर का निर्माण करेंगे और सोमनाथ मंदिर को भी इन लोगों ने बनाया था। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी और राम मंदिर के लिए 10 करोड़ परिवार दान देंगे और अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बनेगा।

हालांकि आज माना रहा था कि पांच अगस्त को श्रीराम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी जा सकती है और इसमें पीएम नरेन्द्र मोदी हिस्सा ले सकते हैं। लेकिन फिलहाल आज की बैठक में तारीख तय नहीं हो सकी। आज की बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मित्र के साथ ट्रस्ट के 12 सदस्य मौजूद थे। जबकि तीन सदस्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े हुए थे। इस बैठक में श्री राम जन्म भूमि के सुरक्षा सलाहकार केके शर्मा भी बैठक में
मौजूद थे।