जयपुर। राजस्थान में सियासत की जंग में राज्य के सीएम अशोक गहलोत से हारने के बाद राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक पहुंचे। जहां उनकी एक झलक पाने के लिए करीब 100 किलोमीटर लंबे रास्ते में लोग सड़क किनारे खड़े रहे और उन्होंने उनका स्वागत एक योद्धा की तरह किया। पायलट ने करीब 1 घंटे का सफर 4 घंटे में पूरा किया और लोगों का आर्शीवाद लिया और स्वागत स्वीकार किया। राजस्थान सरकार ने सचिन पायलट के इस दौरे को लेकर आसपास के जिलों में अलर्ट जारी किया हुआ था।

राज्य में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच  एक महीने तक चली सियासी लड़ाई में आखिरकार राज्य के सीएम गहलोत की जीत हुई। वहीं गहलोत के खिलाफ  बागी रूख अपनाए पायलट को पार्टी में वापस लौटना पड़ा। लेकिन इस पूरे प्रकरण में सबसे  ज्यादा नुकसान पायलट को हुआ और पार्टी ने उन्हें और उनके समर्थक मंत्रियों को गहलोत कैबिनेट से बाहर कर दिया जबकि पायलट को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया था।  लेकिन बाद में पायलट पार्टी में वापस  लौट आए और राज्य की गहलोत सरकार पर खतरा टल गया। पायलट के साथ 18 विधायकों ने बागी रूख अपनाया  हुआ था।

वहीं राज्य में  सियासी नुकसान उठाने के बाद सचिन पायलट ने अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक का दौरा किया जहां लोग पायलट की एक झलक पाने के लिए सड़कों के किनारे थे और उन्हें देखने के लिए जनसैलाब उमड़  पड़ा। उनकी एक झलक पाने के लिए करीब 100 किलोमीटर लंबे रास्ते में लोग सड़क किनारे खड़े हुए थे और उनका स्वागत कर रहे थे।  करीबी एक घंटे का सफर पायलट ने चार घंटे में पूरा किया।  टोंक पहुंचकर पायलट ने अपने समर्थकों से कहा कि जो अतीत में हुआ उसे भुला दिया जाए और अब मैने सबकुछ कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है।

विजयी योद्धा की तरह हुआ स्वागत

जयपुर से टोंक के बीच 100 किलोमीटर की दूरी में हाईवे में जश्न का नजारा था और लोगों ने सड़के के किनारे डीजे लगाए थे और उसमें लोग नाच रहे थे। तो कहीं पर सचिन पायलट आई लव यू के नारे लगा रहे थे। वहीं बड़ी संख्या में महिलाएं भी सड़कों पर उतरीं और उन्होंने पायलट का स्वागत किया। इसके बाद पायलट ने कहा कि अब सब कुछ सोनिया गांधी ही तय करेंगी। माना जा रहा है कि पायलट ने गहलोत सरकार और सीएम को अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाया।