नई दिल्ली। आपने दामिनी फिल्म में सन्नी देयोल का डॉयलॉग तो सुना होगा। जज साहब तारीख पर तारीख। लेकिन देश के सबसे चर्चित निर्भया के चारों दोषियों की फांसी की तारीख को बढ़ाने के लिए तारीख पर तारीख टलती जा रही है। अब तक दोषियों की फांसी की तारीख तीन बार टल चुकी है। निर्भया के कातिलों को मंगलवार को फांसी होनी थी। लेकिन पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों की फांसी पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। क्योंकि निर्भया के दोषी पवन की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है।

उम्मीद की जा रही थी कि इस बार निर्भया के कातिलों को फांसी हो जाएगी। लेकिन एक बार फिर कानूनी दांव पेंच से तीसरी बार दोषियों की फांसी टल गई है। पटियाला हाउस कोर्ट ने चारो की फांसी को अगली  तारीख तक टाल दिया है। क्योंकि चारों दोषियों में से एक पवन की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजी है और उस पर कोई फैसला नहीं हुआ है। लिहाजा कोर्ट ने इनकी फांसी को अगली तारीख तक रोक दिया है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है।

इससे पहले दो बार दोषियों की फांसी को अगले आदेश तक टाला गया था। तिहाड़ जेल में दोषियों के लिए सभी तैयारियों हो गई थी क्योंकि इनको मंगलवार को फांसी दी जानी थी।  इसके लिए मेरठ जेल के जल्लाद पवन को तिहाड़ जेल में बुला लिया गया था और डमी के जरिए दोषियों को फांसी के फंदे पर लगाने की प्रैक्टिस भी कर ली थी। लेकिन आज पटियाला हाउस कोर्ट ने फांसी पर अगले आदेश तक रोक दिया है। पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने कहा कि पवन कुमार गुप्ता की दया याचिका अभी राष्ट्रपति के पास लंबित है और ऐसे में उनकी फांसी की सजा की तामील नहीं की जा सकता है।  

असल में चारो दोषी तरह तरह से अपनी फांसी को लटकाने के लिए कानूनी दांवपेचों का सहारा ले रहे हैं। आज एक बार फिर निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने अब आखिरी दांव चला। क्योंकि एक तरफ  पवन की ओर से दया याचिका राष्ट्रपति के पास दी और इसके तुरंत बाद डेथ वॉरंट पर रोक लगाने के लिए अर्जी लगाई। जिसके बाद कोर्ट ने इस मामले को अगले आदेश तक रोक दिया।