श्रीनगर। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सेना में भर्ती के लिए 29 हजार से ज्यादा युवाओं ने पंजीकरण कराया। ये इमरान खान और पाकिस्तान के मुंह पर करारा तमाचा है। जो पाकिस्तान राज्य के युवाओं को आतंक की तरफ मोड़ने की हजारों कोशिश करता है। अब वह राज्य में शांत होते हालात और भारतीय सेना को लेकर युवाओं में जोश को देखते हुए बौखला गया है।

फिलहाल जो लोग ये दावे कर रहे थे कि राज्य में तनाव है और लोग नाराज हैं। उनके दावे फेल हो गए हैं। क्योंकि भारतीय सेना में भर्ती होने पहुंचे 29,000 से ज्यादा युवाओं ने पंजीकरण कराया है। चार दिन पहले ही भारतीय सेना में 575 युवाओं ने ज्वाइनिंग दी है।

असल में सेना ने राज्य के युवाओं को सेना में भर्ती के लिए सात दिवसीय रैली को शुरू किया है। ये रैली मंगलवार से शुरू हो गई है और अगले सात दिन चलेगी। इस दौरान इन युवाओं का टेस्ट लिया जाएगा। जो सफल होगा उसे आगे ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। चौंकाने वाले बात है ये कि राज्य के विभिन्न जिलों के 29,000 से अधिक युवाओं ने सेना में भर्ती के लिए पंजीकरण कराया है।

राज्य से विशेष राज्य  के दर्जे यानी अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद यह पहली ऐसी भर्ती रैली है। सेना से मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय सेना का उग्रवाद निरोधक बल जम्मू क्षेत्र के सात जिलों-- डोडा, किश्तवाड़, राजौरी, पुंछ, उधमपुर, रामबन और रियासी के युवकों को सेना में रोजगार देने के लिए इस भर्ती का आयोजन कर रहा है। मंगलवार को ही किश्तवाड़ और रामबन जिलों के 2500 से अधिक उम्मीदवार शारीरिक और फिटनेस टेस्ट किया गया है।

गौरतलब है कि राज्य से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है और वह कश्मीर में आतंकी हमले कराना चाहता है। इसके लिए स्थानीय युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रहा है। लेकिन राज्य के आतंकवाद से प्रभावित इलाकों से इस भर्ती रैली में हिस्सा लेने वाले युवाओं ने ये जता दिया है कि वह वह नापाक के झांसे में नहीं आने वाले हैं।