नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद केन्द्र सरकार राज्य में तेजी से अमन शांति ला रही है। घाटी में स्कूल खुलने शुरू हो गए हैं और आम जनजीवन सामान्य है। लेकिन इसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने राज्य में अमन शांति के लिए नया कार्यक्रम तैयार किया है।

इस कार्यक्रम के तहत राज्य के अफसर रोजाना 20 परिवारों से संपर्क करेंगे। इसके साथ ही घाटी में 400 मोबाइल बूथ लगाए गए हैं। ताकि कश्मीर से बाहर रहने वाले लोगों से उनके घर वाले बात कर सकें। 

पाकिस्तान कश्मीर को लेकर बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान को लग रहा था कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद घाटी में वहां की आवाम इसका विरोध प्रदर्शन करेगी। लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। एक तरह से पाकिस्तान का विरोध बेजा साबित हुआ है।

इसके ले एनएसए अजीत डोभाल एक मिशन कश्मीर पार्ट-टू का कार्यक्रम तैयार किया है। जिसके जरिए राज्य में शांति स्थापित की जाएगी और लोगों का विश्वास जीता जाएगा। डोभाल ने राज्य सरकार के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वह जनता  से मिले और उनकी समस्याओं को समझे।

इसके लिए एक अफसर रोजाना बीस परिवारओं से मुलाकात करेगा। इसके जरिए राज्य की जनता के साथ संवाद कायम होगा। लिहाजा इसकी शुरूआत डोभाल राज्य में कर चुके हैं। दो दिन पहले उन्होंने कश्मीर की गलियों में घूमकर लोगों से मुलाकात की और बिरयानी खाई।

अब डोभाल के आदेश के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अपने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे प्रतिनिदिन कम से कम 20 परिवारों से मुलाकात करें। इन मुलाकातों के अलावा प्रशासन ने मोबाइल सेवा प्रभावित होने के बाद राज्य में संचार सुविधाएं सुनिश्चित कराने के लिए घाटी भर में 400 टेलीफोन बूथ भी स्थापित किए हैं।

सोमवार को ईद है और राज्य में सामान्य स्थिति लाने और लोगों को उनकी जरूरत का सामान मुहैया कराने के निर्देश भी सरकार ने दिए हैं। इसके साथ ही परिवहन और चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए डोभाल ने शासन स्तर पर आदेश दिए हैं। 

फिलहाल केन्द्र सरकार के प्रयासों के बाद राज्य में वो माहौल नहीं दिखाई दे रहा है जिसकी उम्मीद की जा रही थी। लेकिन सरकार ईद का इंतजार कर रही है। क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि अलगावादी नेता ईद के आसपास राज्य का माहौल पाकिस्तान के इशारों पर खराब कर सकते हैं। लेकिन इतना तय हो गया है कि पीएम नरेन्द्र मोदी के संबोधन के बाद घाटी के लोगों को राज्य के विकास की उम्मीद जगी है।