वामपंथी संगठनों से जुड़े हजारों किसान दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंच गए हैं। आयोजक साफ कर चुके हैं कि यह वामपंथी किसान आज हर हाल में संसद तक मार्च करके रहेंगे, आयोजकों ने इसकी पहले ही घोषणा कर दी थी। दिल्ली पुलिस की पूरी कोशिश है कि इन वामपंथी किसानों को रामलीला मैदान में ही रोका जाए। किसानों ने अपने इस मार्च के लिए कर्ज माफी, फसलों के दाम जैसे मुद्दों का बहाना बनाया है।  

वामपंथी संगठनों से जुड़े हजारो किसान इस मार्च में शामिल हैं । वह फसलों के उचित दाम की गारंटी देने का कानून बनाने और देशभर के किसानों का कर्ज एकमुश्त माफ करने की मांग को लेकर लोकतंत्र के मंदिर को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। यह वामपंथी किसान दो बड़ी मांगों के बहाने दिल्ली को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। 

वामपंथी संगठनों के इस जमावड़े को पूरे विपक्ष का समर्थन हासिल है। जेडीएस के नेता और पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने किसानों से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल भी किसानों से मुलाकात कर सकते हैं। इन सभी को जनता चुनाव में खारिज कर चुकी है और अब यह सब वामपंथी किसानों के कंथे पर बंदूक रखकर केन्द्र सरकार पर हमले की तैयारी में हैं। 

वामपंथी किसानों के इस मार्च को लीड कर रहे योगेंद्र यादव और अभिक साहा ने कहा है कि हमारा किसान आंदोलन शुरू से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहा है और उन्हें उम्मीद है कि पुलिस उन्हें संसद तक मार्च करने से नहीं रोकेगी। उधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इंडिया गेट और जंतर मंतर पर अभी प्रोटेस्ट की इजाजत नहीं है, इसलिए पुलिस ने इजाजत नहीं दी। पुलिस आयोजकों से बातचीत कर यही कोशिश कर रही है कि वह रामलीला मैदान में ही रैली कर लें।