नई दिल्ली -  पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कानून और व्यवस्था की हालत में उत्तर प्रदेश से भी बुरी गिरावट देखी जा रही है। पिछले 72 घंटों में दिल्ली में तीन हत्याएं हुई हैं। आज ही सुबह एक मुस्लिम लड़की से शादी की ख्वाहिश रखने वाले एक शख्स की हत्या हो गई, वहीं सड़क से गुजरने वाला एक शख्स जो कि किसी की मदद के लिए आगे आया था, उसकी हत्या कर दी गई और तीसरी हत्या हुई तैमूर नगर में, जिसकी वजह से दक्षिण पूर्व दिल्ली में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ।

इसमें से सबसे ताजा घटना है महेन्द्र पार्क इलाके की, जहां लगभग 8.30 बजे अज्ञात हमलावरों ने 31 साल के अंकित की हत्या कर दी। मृतक के परिवार का आरोप है, कि अंकित एक मुस्लिम लड़की से शादी करना चाहते थे। जिसकी वजह से उसका परिवार कई बार अंकित को धमकी दे चुका था, कि वह उस लड़की से शादी न करे। हालांकि पुलिस का कहना है, कि यह हत्या किसी व्यक्तिगत दुश्मनी का नतीजा है। 
उधर पुलिस ने अपने बयान में कहा है, कि ‘महेंद्र पार्क क्षेत्र में लगभग 8:30 बजे एक लड़के अंकित को 2 हमलावरों द्वारा गोली मार दी गई है। उद्देश्य स्पष्ट नहीं है लेकिन उसका परिवार आरोप लगा रहा है कि यह उस लड़की के कारण हो सकता है जिसके साथ उसके संबंध थे।’ पुलिस ने कहा है, कि इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

दूसरी घटना तैमूर नगर इलाके की है। जहां रविवार को अज्ञात हमलावरों ने 34 साल के रुपेश की हत्या कर दी। बताया जा रहा है, कि रुपेश भाई तैमूर नगर इलाके में चल रहे ड्रग माफिया के रैकेट के खिलाफ आवाज उठा रहा था। जिसकी वजह से रुपेश की हत्या कर दी गई। स्थानीय लोगों ने इस घटना का हिंसक विरोध किया। उन्होंने आश्रम चौक को अवरुद्ध कर दिया और कई कारों और बाइकों को आग लगा दी। प्रदर्शनकारी ड्रग माफिया से निपटने में पुलिस की नाकामयाबी के विरोध में 16 घंटे से सड़क पर विरोध कर रहे थे। 

लेकिन इस पूरे वाकये से बेखबर होने का नाटक करते हुए डीसीपी(साउथ इस्ट) चिन्मोय बिस्वाल अपने द्वारा हल किए गए एक पुराने केस की वाहवाही लूटने के लिए प्रेस कांफ्रेन्स करते रहे। इस घटना में भी हत्यारे पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।  
तीसरी घटना शुक्रवार की रात की है। जिसमें शाहदरा जिले में अज्ञात लोगों ने एक कलेक्शन एजेन्ट को लूट लिया। जिसके बाद लुटेरे जाम में फंस गए। मोहित ने पीड़ित सुरेन्द्र की मदद करने की कोशिश की और लुटेरों की बाइक को अनियंत्रित कर दिया। 

जब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की कानून व्यवस्था रसातल में पहुंच गई है, वैसे हालात में दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, केन्द्र सरकार की योजनाओं डिजिटल इंडिया और स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार में अपना समय बिता रहे हैं। पटनायक सोमवार की शाम सार्वजनिक वाहन मालिकों की सुविधा के लिए एक वेब पोर्टल के उद्घाटन में व्यस्त हैं। रविवार को पटनायक ने दिल्ली के दिल से ‘प्लेगिंग ड्राइव टीम’ को झंडा दिखाकर विदाई दी।