उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक गांव में जंगल से बाघ घुस आया। उसके हमले में दस ग्रामीण घायल हो गई। नाराज ग्रामीणों ने लाठी डंडे से बाघ पर हमला बोल दिया। जिसकी वजह से उसकी भी मौत हो गई।
पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के एक गांव में बुधवार की शाम टाइगर व ग्रामीणों के बीच संघर्ष का मामला सामने आया है। यहां पूरनपुर थाना इलाके के मटेहना कालोनी गांव में खेत गए एक बालक पर टाइगर ने हमला किया तो लोग दौड़ पड़े। टाइगर को घेर लिया। लेकिन टाइगर ने एक एक कर दस लोगों पर हमला कर घायल कर दिया। इससे नाराज ग्रामीणों ने टाइगर को पीट दिया। जिससे देर रात करीब दो बजे बाघ की मौत हो गई। घायलों को सीएचसी व जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। टाइगर का वीडियो भी सामने आया है। वन विभाग ने पीड़ितों को मुआवजा देने का ऐलान किया है।
मटेहना कालोनी गांव माला दियोरिया वन्यजीव क्षेत्र अंतर्गत आता है। गांव निवासी श्याम बिहारी बुधवार की शाम खेत में धान की निराई कर रहे थे। तभी एक बालक शौच के लिए खेत की तरफ गया था। तभी अचानक टाइगर ने उसपर हमला कर दिया। यह देख श्याम बिहारी बचाव के लिए दौड़े, लेकिन टाइगर ने उन पर भी हमलावर हो गया। शोर मचाने पर हांका लगाते हुए ग्रामीण मौके पर पहुंचे। लेकिन टाइगर ने एक-एक पर हमलाकर दस लोगों को घायल कर दिया।
इस घटना के बाद हजारों की संख्या में भीड़ मौके पर जुट गई। लोगों ने टाइगर को घेर लिया और उसे पीट पीटकर अधमरा कर दिया।
मौके पर पहुंचे एसडीएम पूरनपुर और वनविभाग की टीम ने ग्रामीणों को समझने का प्रयास किया, लेकिन वे मौके पर डटे रहे। घायल टाइगर को उपचार के लिए ले जाने नहीं दिया। ग्रामीणों ने मुआवजा व वन्यजीवों से बचाव के उपाय किए जाने की मांग की। घायलों में गांव के श्याम मोहन, बलवीर, लक्ष्मण प्रसाद, कमला सिंह, राधेश्याम, दीपक, रमेश कुमार, राधेश्याम, रामवृक्ष शामिल हैं।
मुआवजे के आश्वासन के बाद वन विभाग की टीम गंभीर रूप से घायल बाघ को पकड़ने में कामयाब हुई। लेकिन देर रात करीब दो बजे टाइगर की मौत हो गई। गुरुवार को टाइगर का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। वन विभाग की विशेषज्ञ टीम टाइगर का पोस्टमॉर्टम करेगी।
Last Updated Jul 25, 2019, 3:05 PM IST