केरल में आई बाढ़ ने सब तबाह कर के रख दिया है पिछले 10 दिनों से केरल में बाढ़ का तांडव मचा हुआ है जिसमें अभी तक कोई सुधार नहीं आया है। राज्य में इस तबाही के बीच थल सेना, वायुसेना और नौसेना अपना बेहतरीन भूमिका निभा रही हैं। यहां तक कि वीर जवान फरिश्तों की तरह जमीन पर उतरकर लोगों की जान बचा रहे हैं। ऐसी एक बहादुरी की खबर सामने आई है हमारे देश के एक शौर्य चक्र विजेता कैप्टन पी राजकुमार ने शुक्रवार को एक ऐसे इलाके से 26 लोगों की छत पर चॉपर उतारा कर जान बचाई जहां मौजूदा स्थिति में इंसान का जाना बेहद मुश्किल था। घने पेड़ों के बीच कैप्टन कुमार ने सी किंग 42B चॉपर घर की छत पर ले जाकर इन लोगों को बचाया।

इससे पहले नौसेना ने की कई विडियो सामने आई हैं जिसमें नेवी अपने हेलिकॉप्टर द्वारा लोगों को हर हद तक जा कर बचा रही है। सेना के मिशन के बारे में जानकारी देते हुए ब्रिगेडियर अरुण सीजे ने बताया कि विशेष इंजिनियरिंग टास्क फोर्स के साथ करीब 700 जवान नावों और विशेष उपकरण लेकर जमीन पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 9 दिन में करीब 4800 लोगों को बचाया जा चुका है। 

गौरतलब है कि बाढ़ प्रभावित केरल में सेना द्वारा 'ऑपरेशन मदद' चलाया जा रहा है। राहत और बचाव कार्य के लिए नेवी, एयरफोर्स, आर्मी, कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ की टीमें काम कर रही हैं। रक्षा मंत्रालय के ट्विटर हैंडल पर ऑपरेशन की जानकारी दी जा रही है। बताया गया है कि भारतीय सेनाएं राज्य प्रशासन और NDRF की टीमों के साथ मिलकर खाने-पीने का सामान पहुंचा रही हैं। साथ ही संपर्क मार्गों और पुलों को बनाया जा रहा है। 

कैसे हुई केरल की ऐसी हालत? 

मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 8-15 अगस्त के बीच सामान्य से 3.5 गुना अधिक बारिश हुई थी और उसके बाद इसकी तीव्रता बढ़ती ही चली गई। 16 अगस्त को हुई 137 मिलीमीटर बारिश सामान्य से 10 गुना अधिक थी। वहीं, शुक्रवार को भी सामान्य से पांच गुना अधिक बारिश हुई थी। विभाग के मुताबिक में अगस्त औसतन बारिश सामान्य से 2.7 गुना अधिक हुई है। बता दें कि 8 अगस्त से शुरू हुआ लगातार मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहने से राज्य ने लगभग 100 साल में सबसे भीषण बाढ़ देखी है। 

अगर बारिश यूं ही होती रही तो केरल के हालात और भी भतर हो सकते हैं। बता दें सरकार और देश के वीर जवान केरल के लोगों को बचाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे है।