तीन तलाक बिल पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने है। सरकार तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने के लिए विपक्षियों को मनाने के लिए जद्दोजहद कर रही है। बावजूद इसके एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला भिवानी का है। यहां अपने पिता के साथ रह रही एक महिला ने पुलिस में शिकायत दी है कि उसका पति उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करता था और जब उसने अपने पति से घर का खर्च मांगा तो उसने खर्च देने की बजाय पत्र भेज कर तलाक मांगा है। 


भिवानी में तोशाम बाईपास स्थित डाबर कॉलोनी पीड़िता की शादी 17 दिसंबर 2015 को जीन्द जिला के जुलाना क्षेत्र स्थित राजगढ गांव निवासी मंदीप के साथ की थी। मंदीप फौज में कार्यरत है। आरोप है कि मंदीप व उसके परिवार ने शुरू से ही मोनू को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इससे तंग आकर मोनू अब दो साल तीन महिने से अपने पिता के घर रह रही है। जब उसने अपने पति से घर खर्च के लिए पैसे मांगें तो उसने पैसे देने की बजाय पत्र भेज कर तलाक मांगा है।


पीड़ित का कहना है कि मेरे पति ने कार की मांग को लेकर मारपीट कर मुझे घर से निकाल दिया। इसके बाद वह अपने पिता के घर भिवानी रहने लगी और घर खर्च के लिए पैसे मांगे तो पैसे की बजाय उसने पत्र भेज कर तलाक मांगा है। 


पीड़िता की मां का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी की खुशी-खुशी शादी की थी, लेकिन अचानक कैसे घर से निकाल दिया ये समझ नहीं आया।
मामले में पुलिस का कहना है कि 10 अगस्त को पीड़िता ने अपने पति सहित 13 लोगों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना व तीन तलाक का मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि मोनू का पति श्रीनगर में कार्यरत है और उन्होंने उसके सीओ को इस मामले में अवगत करवा दिया है।


हालांकी मामला करीब एक साल पहले का है जब मोनू के पति ने तीन तलाक का पत्र भेजा था। लेकिन अब जब समस्या का समाधान नहीं हुआ और बार-बार मोनू के मां-बाप द्वारा समझाए जाने पर भी मंदीप व उसके घर वाले नहीं माने तो अब जाकर पुलिस में मामला दर्ज करवाया है।