तीन तलाक का ये मामला जिले के छछरौली कस्बे की है। जहां 50 साल की नाजनीन (बदला हुआ नाम) को उसके पति मुन्नवर (बदला हुआ नाम) ने तीन बार तलाक बोलकर तलाक दे दिया। आरोप है कि नाजनीन (बदला हुआ नाम) का पति अपने मामा की जवान बेटी को लाकर घर में रख रहा था। बीवी ने जब उसे मामा की बेटी के साथ सोने से मना किया तो उसने मामा की बेटी के साथ निकाह कर लिया और पहली पत्नी को तीन तलाक दे दिया। मुन्नवर (बदला हुआ नाम) के मामा की बेटी की उम्र 30 साल है और खुद उसकी उम्र 55 साल है।


मामला थाने तो पहुंचा लेकिन नतीजा सिफर रहा। पंचायत की भूमिका भी बेहद खराब रही। पंचायत ने थाने से बाहर समझौता करवाकर पति को दूसरी पत्नी के साथ घर भेज दिया।
पीड़िता की मानें तो उसके पति अपने मामा की लड़की को लाकर घर पर ही रह रहा था। जब उसने इसका विरोध किया तो मुन्नवर (बदला हुआ नाम) ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद उसे तलाक दे दिया। नाजनीन(बदला हुआ नाम) कहती है की मानें तो उसका सब कुछ खत्म हो गया है क्योंकि इस उम्र में वह किसी ओर से निकाह भी नहीं कर सकती।

बता दें कि, मुन्नवर (बदला हुआ नाम) और नाजनीन(बदला हुआ नाम) के चार बच्चे हैं, बच्चे भी शादीशुदा हैं। यहां तक बहुएं ससुर की करतूत पर थू-थू कर रही हैं। बहुएं भी खुद बच्चों की मां हैं। आसपास के लोग और महिलाएं भी कह रही हैं कि तीन तलाक मुस्लिम समाज की सबसे गंदी कुरीति है और इससे उनको निजात मिलनी चाहिए।