नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले दो महीने में देश के दो सीएम को अरेस्ट किया है। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन 31 जनवरी को गिरफ्तार किए गए थे और 21 मार्च यानी गुरूवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल अरेस्ट हुए। विपक्ष भी इन गिरफ्तारियों पर सवाल उठा रहा है। मुख्य तौर पर उनका आरोप है कि लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है। इन सबके बीच दो हाईप्रोफाइल ​कार्रवाई में कुछ चीजें कॉमन हैं। 

लगातार समन के बाद भी दोनों सीएम नहीं हुए थे पेश

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी लगातार समन जारी करके पूछताछ के लिए बुला रही थी। पर 9 समन भेजे जाने के बाद भी वह जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। ठीक उसी तरह झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को भी लगातार समन भेजे जा रहे थे। पर वह पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हो रहे थे। गुरूवार शाम ईडी की टीम दसवां समन लेकर केजरीवाल के आवास पर पहुंची और पूछताछ के बाद उन्हें अरेस्ट किया। ठीक उसी तरह हेमंत सोरेन को भी ईडी ने 10वां समन दिया था। उसके बाद ही उन्हें अरेस्ट किया था। उन्हें गिरफ्तार करने से पहले लंबी पूछताछ की गई ​थी। 

ईडी के रडार पर रहें तेलंगाना के सीएम, पूर्व सीएम की बेटी अरेस्ट

तेलंगाना के सीएम रेवंथ रेड्डी एमएलसी चुनाव 2015 में 50 लाख की रिश्वत देने के आरोप में ईडी के रडार पर रहें। हालिया राज्य के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता को ईडी ने अरेस्ट किया है। वह शराब घोटाले में आरोपी हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी भी ईडी की जांच झेल रहे हैं और केरल के सीएम पिनाराई विजयन भी रडार पर रहे हैं।

राहुल-अखिलेश ने कहीं ये बड़ी बात

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर विपक्षी दलों के नेताओं का बयान भी आया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि चुने हुए सीएम की गिरफ्तारी अब आम बात हो गई है। इंडिया गठबंधन इसका मुंह तोड़ जवाब देगा। वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि ये गिरफ्तारी जन क्रांति को जन्म देगी। बीजेपी विपक्षी नेताओं को किसी तरह से जनता से दूर करना चाहती है।

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