जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल युवाओं को आतंकी संगठनों में शामिल होने से रोकने के लिए कई तरह की मुहिम चला रहे हैं। यही नहीं जो युवक आतंकवाद की राह पर आगे बढ़ चुके हैं उन्हें हथियार डालने के लिए तैयार करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि कश्मीरी युवाओं के आतंकी संगठनों में शामिल होने का सिलसिला भी जारी है। हाल ही में अपने-अपने घरों से लापता हुए दो कश्मीर युवक पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तय्यबा में शामिल हो गए हैं। इन दोनों की एक47 के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी हुई है। कश्मीर में  इस साल अब तक 130 युवक आतंकवाद की राह पर जा चुके हैं। 

ड्रांगबल का मोहम्मद अमीन मीर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तय्यबा में  शामिल हो गया है। 'अबु इस्माइल' के कोड वर्ड से उसकी तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो गई है। 

10वीं पास मीर 29 जुलाई से लापता था। उसके परिवार ने वापसी के लिए अपील भी जारी की थी। मीर अनाथ है। उसकी मां की 1993 और पिता की 2016 में मौत हो गई थी। आतंकी संगठन में शामिल होने से पहले वह पंपोर में दुकानों में दूध के उत्पादों की सप्लाई करता था। 

उसकी एक महीने में शादी होने वाली थी। एक भावनात्मक अपील में मीर की होने वाली सास ने कहा कि 'वह जहां भी है, हम उससे लौट आने की अपील करते हैं। हमें इस तरह छोड़कर न जाओ।' 

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'माय नेशन' को बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा का एक और युवक लश्कर में शामिल हुआ है। उसकी पहचान अवंतिपोरा के पडगामपोरा इलाके के रहने वाले आदिल मंजूर के तौर पर हुई है। उसने सोशल मीडिया पर एकके 47 पकड़े हुए एक तस्वीर पोस्ट करते हुए अपने लश्कर में शामिल होने का ऐलान किया है।