मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने शिवसेना की अगुवाई वाली सरकार ने औरंगाबाद हवाईअड्डे का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी महाराज हवाईअड्डा कर दिया। हालांकि भाजपा काफी अरसे से औरंगाबाद जिले का नाम बदलने के लिए शिवसेना पर दबाव बना रही थी। लिहाजा राज्य कैबिनेट की बैठक की बैठक में इस पर फैसला किया है।

महाराष्ट्र सरकार ने औरंगाबाद हवाई अड्डे का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी महाराज हवाईअड्डा कर दिया। इसके लिए राज्य सरकार ने कैबिनेट की बैठक में इस पर अपनी मुहर लगाई। लिहाजा इसके बाद अब राज्य में नाम बदलने की शुरूआत हो गई। असल में भाजपा औरंगाबाद जिले का नाम बदले को लेकर राज्य सरकार पर दबाव बना रही थी। लेकिन सहयोगी दलों के दबाव के चलते मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस पर कोई फैसला नहीं कर पा रहे थे।

लेकिन शिवसेना पर भाजपा के बढ़ते दबाव के बाद आखिरकर शिवसेना सरकार ने इस पर अंतिम मुहर लगाई है। पिछले दिनों ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणनीस ने शिवसेना सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह मुस्लिम के लिए बड़े फैसले कर रही है। लेकिन अब तक औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजी नहीं कर पा रही है। जिसके बाद माना जा रहा था कि शिवसेना सरकार औरंगाबाद जिले का नाम बदलेगी। लेकिन शिवसेना सरकार ने जिले का नाम तो नहीं बदला लेकिन एयरपोर्ट का नाम बदलकर इस मामले को दरकिनार करने की कोशिश की।

शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे ने भी कभी सत्ता में आने पर जिले का नाम बदलने का ऐलान किया था और पिछले दिनों औरंगाबाद  नगर निगम ने भी इसके लिए प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजा था। औरंगाबाद नगर निगम में भाजपा का कब्जा है। लिहाजा इसे राज्य सरकार पर दबाव की कोशिशों के तौर पर देखा जा रहा था। जिसको लेकर भाजपा शिवसेना पर काफी आक्रामक है और लगातार राज्य सरकार पर जिले का नाम बदलने को लेकर दबाव बना रही है।  जबकि शिवसेना सरकार में सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी इसके खिलाफ थे। लिहाजा शिवसेना सरकार ने बीच का रास्ता निकाल कर औरंगाबाद एयरपोर्ट का नाम बदल दिया है।