पिछले साल ही शिवसेना प्रमुख ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए थ। हालांकि उस वक्त वह राज्य के सीएम नहीं थे। लेकिन इस बार वह महाराष्ट्र के सीएम के तौर पर अयोध्या आ रहे हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश में शिवसेना का कोई जनाधार नहीं है। लेकिन ठाकरे का ये अयोध्या दौरा काफी अहम माना जा रह है। पिछले अयोध्या दौरे के दौरान ठाकरे ने भाजपा पर ये कह कर दवाब बनाने की कोशिश की थी कि अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर बनाया जाना चाहिए।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र की महाविकास अघाडी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर राज्य सरकार के मुखिया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सात मार्च को अयोध्या में रामलला क दर्शन करेंगे। ठाकरे रामलला के दर्शन के साथ ही शाम को सरयू नदी के तट पर होने वाली महाआरती में भी हिस्सा लेंगे। हालांकि दो दिन पहले ठाकरे ने इस बात की वकालत की थी कि अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन में शहीद होने वाले और कारसेवकों की याद में शहीद स्मारक बनाया जाना चाहिए।
पिछले साल ही शिवसेना प्रमुख ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए थ। हालांकि उस वक्त वह राज्य के सीएम नहीं थे। लेकिन इस बार वह महाराष्ट्र के सीएम के तौर पर अयोध्या आ रहे हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश में शिवसेना का कोई जनाधार नहीं है। लेकिन ठाकरे का ये अयोध्या दौरा काफी अहम माना जा रह है। पिछले अयोध्या दौरे के दौरान ठाकरे ने भाजपा पर ये कह कर दवाब बनाने की कोशिश की थी कि अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर बनाया जाना चाहिए। लेकिन अब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने विवादित बाबरी मस्जिद मामले में रामलृला के पक्ष में फैसला दिया है और अब केन्द्र सरकार ने राममंदिर तीर्थ ट्रस्ट का गठन किया है। जिसके बाद माना जा रहा कि इस साल अप्रैल में राममंदिर निर्माण का काम शुरू हो सकता है। फिलहाल महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद ठाकरे की यह पहली अयोध्या यात्रा होगी। ठाकरे ने पिछले साल 28 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे।
ठाकरे ने शुक्रवार को ही दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवाणी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद ठाकरे ने ऐलान किया था कि राज्य सरकार के एक साल होने के बाद वह अयोध्या में रामलला के दर्शन करेंगे। पिछले साल जब ठाकरे अयोध्या गये थ उस वक्त उनके साथ शिवसेना के 18 सांसद भी साथ थे हालांकि उस वक्त शिवसेना केन्द्र में भाजपा की सहयोगी थी।
Last Updated Feb 22, 2020, 9:26 PM IST