पटना--केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इलाहाबाद की तर्ज पर बिहार के बख्तियारपुर का भी नाम बदलने की मांग की है। गिरिराज सिंह ने उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किये जाने का स्वागत करते हुए कहा, कि इसी तरह बिहार के उन शहरों का नाम बदल देना चाहिए जिन शहरों के नाम मुगलों से जुड़े हैं।

गिरिराज सिंह ने कहा कि बख्तियार खिलजी ने बिहार को लूटा है। लेकिन, बख्तियारपुर का नाम उसी लुटेरे के नाम पर रखा गया है। करीब 100 जगहों के नाम बदले गए है। इनमें बिहार का अकबरपुर भी शामिल है।

इलाहाबाद का नाम बदलने के लिए गिरिराज सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की।

उन्होंने कहा कि योगी ने अच्छा कदम उठाया है।  मेरी मांग है कि बिहार सहित पूरे देश में जिन शहरों के नाम मुगलों से जुड़े हैं, उन्हें बदल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहरों का नाम बदलने का विरोध वही लोग आज कर रहे हैं, जो गुलाम मानसिकता के लोग हैं।

गिरिराज सिंह के बयान पर जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि कुछ लोग ऐसे बयान देकर समाज को बांटना चाहते हैं। गिरिराज सिंह पहले बख्तियारपुर का इतिहास जान लें। नाम बदलना और नाम जोड़ना कोई मुद्दा नहीं है। देश में बेरोजगारी, भुखमरी, महंगाई जैसे मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। इससे पहले जब उत्तर प्रदेश के मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पं. दीनदयाल रेलवे जंक्शन किया गया था उस समय भी बख्तियारपुर जंक्शन का नाम बदलने की मांग की गई थी। 

आपको बता दें कि बख्तियारपुर का नाम क्रूर मुस्लिम आक्रमणकारी बख्तियार खिलजी के नाम पर रखा गया है। बख्तियार खिलजी ने प्रचीन समय में दुनिया भर में शिक्षा के लिए प्रसिद्द नालंदा विश्वविद्यालय पर हमला किया था और उसे जलाकर तहस नहस कर दिया था। इसी बख्तियार खिलजी के नाम पर इस शहर का नाम पड़ा है। इसी कारण बार-बार लोगों की तरफ से इसका नाम बदलने की मांग उठती है।  

 बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अपना घर बख्तियारपुर में ही है।