केन्द्रीय पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्विटर पर एक अजीबोगरीब संदेश दिया है। उन्होंने देश की बढ़ती जनसंख्या की तरफ इशारा करते हुए कहा है कि भारत आजादी के बाद सन् 1947 में हुए बंटवारे की तरह एक और विभाजन की तरफ बढ़ रहा है।
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने देश की बढ़ती आबादी को मुद्दा बनाते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून जल्दी से जल्दी बनाने की जरुरत बताई है। उन्होंने आबादी बढ़ने को धर्म से जोड़ दिया है। उनका मानना है कि सन् 1947 की तर्ज पर देश एक बार फिर से सांस्कृतिक विभाजन की कगार पर खड़ा है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इस मुद्दे पर मतभेद भुलाकर काम करने का आह्वान किया है।
केन्द्रीय पशुपालन मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'हिंदुस्तान में जनसंख्या विस्फोट, अर्थव्यवस्था, सामाजिक समरसता और संसाधन का संतुलन बिगाड़ रहा है। जनसंख्या नियंत्रण पर धार्मिक व्यवधान भी एक कारण है, हिंदुस्तान 47 की तर्ज पर सांस्कृतिक विभाजन की ओर बढ़ रहा है। सभी राजनीतिक दलों को साथ हो जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए आगे आना होगा।'
गिरिराज सिंह का मानना है कि जनसंख्या नियंत्रण पर धार्मिक व्यवधान के चलते देश में आबादी तेजी से बढ़ती जा रही है। आबादी में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी पर गिरिराज सिंह पहले भी ट्विट कर चुके हैं। उन्होंने पिछले महीने ट्वीट किया था कि बढ़ती जनसंख्या और उसके अनुपात में घटते संसाधन को कैसे झेल पाएगा हिंदुस्तान?? जनसंख्या विस्फोट हर दृष्टिकोण से हिंदुस्तान के लिए खतरनाक।'
दरअसल देश की बढ़ती आबादी से संसाधनों पर बोझ बढ़ता जा रहा है। कुछ लोगों का मानना है कि मजहबी शिक्षाओं की वजह से कुछ खास समुदाय के लोग आबादी नियंत्रण के उपायों को अपनाने से परहेज करते हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में भी बताया गया है कि भारत अगले आठ सालों यानी 2027 तक चीन को पीछे छोड़ कर दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। इस रिपोर्ट के यह भी बताया गया है कि इस सदी के अंत तक दुनिया की आबादी करीब 11 अरब होगी।
फिलहाल भारत की जनसंख्या करीब 1.36 अरब और चीन की 1.42 अरब है। रिपोर्ट में संभावना जताई गई है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो 2050 तक भारत 164 करोड़ की आबादी के साथ दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन जाएगा।