मैनपुरी. उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 91 पर बाइक सवार दंपती को कार सवार बदमाशों ने टक्कर मार दी। इसके बाद बदमाशों ने महिला का अपहरण कर लिया। इसके बाद पांच घंटे तक हाईवे पर चलती कार में गैंगरेप करते हुए घूमते रहे। उधर, पीड़ित पति ने जब थाने में पुलिस वालों को आपतबीती सुनाई तो पुलिस वालों ने कार्रवाई के बजाए उल्टे पति को हवालात में डाल दिया और बेरहमी से उसकी पिटाई की। इससे उसके हाथ की दो अंगुलियां टूट गई। अगले दिन जब एटा जिले की पुलिस महिला को लेकर थाने पहुंची तो पति को मुक्त किया गया। डीजीपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थानेदार व दो सिपाहियों पर केस दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। 

औरैया के अछल्दा थाना क्षेत्र के लहटोरिया निवासी एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ दो दिन पूर्व बाइक से मैनपुरी के किशनी थाना क्षेत्र के एक गांव में अपनी बहन की अंत्येष्टि में शामिल होने जा रहा था। तभी रास्ते में पीछे से आ रही एक कार ने बाइक को टक्कर मार दी। जिसके बाद कार में सवार 3 बदमाशों ने महिला के पति की आंख में मिर्च डाल दिया और महिला का अपहरण कर लिया। कार सवार युवकों ने महिला के साथ सामूहिक ज्यादती की और करीब 5 घंटे तक हाईवे पर घूमते रहे। इसके बाद एटा जिले की सीमा में चलती गाड़ी में महिला को फेंककर फरार हो गए। 
 
जब कुछ समय बाद महिला के पति को होश आया तो उसने किसी दूसरे से मोबाइल लेकर यूपी 100 पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने जब उसकी बात सुनी तो उन्होंने झूठ बोलने की बात कहकर बड़ी ही बेरहमी से पीटा और उसको हवालात में बन्द कर दिया। पुलिस की पिटाई से उसके हाथों की दो अंगुलियां भी टूट गई। जब रविवार की सुबह एटा पुलिस महिला को साथ लेकर बिछवां थाने पहुंची तब जाकर पूरे मामले की जानकारी मिली। जिसके बाद पुलिस ने महिला के पति को हवालात से बाहर निकाला।

हालांकि, अपर पुलिस अधीक्षक मैनपुरी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि महिला की तहरीर पर तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहीं, दरोगा विछवा थाने के इंस्पेक्टर राजेश पाल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। लेकिन इस प्रकरण को डीजीपी ओपी सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने व उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।