ईरान और अमेरिका के बीच युद्ध के आसार बढ़ गए हैं। एक दिन पहले ही अमेरिका ने ईरान से बातचीत के संकेत दिए थे। लेकिन इसी बीच अमेरिका ने ईरान का एक ड्रोन मार गिराया है। इस ड्रोन के बारे में कहा जा रहा है कि ये अमेरिकी एयरस्पेस में घुस गया था और इस ईरानी ड्रोन को यूएस नेवी ने मार गिराया।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दावा है कि अमेरिका की एयरस्पेस में घुसे एक ईरानी ड्रोन को मार गिराया गया है। ट्रम्प ने गुरुवार को अमेरिकी युद्धपोत द्वारा स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज में अमेरिकी एयरस्पेस में घुसे एक ईरानी ड्रोन को मार गिराए जाने का दावा किया है।

जानकारी के मुताबिक यूएसएस बॉक्सर, अमेरिकी नौसेना के एक जहाज ने इस ईरानी ड्रोन हवा में खत्म कर दिया है क्योंकि 1000 गज की दूरी के भीतर उड़ान पर था और इसने अमेरिकी युद्धपोत को धमकी दी। ट्रम्प का दावा है कि इस ड्रोन के कारण जहाज और जहाज के चालक दल की सुरक्षा को खतरे थी।

लिहाजा इसे मार गिराया है। गौरतलब है कि पिछले महीने की ईरान ने भी अमेरिका के एक ड्रोन को मार गिराया था। जिसके बाद दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति बन गयी थी। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति का दावा था उन्होंने ईरान पर हमला करने की तैयारी कर ली थी। लेकिन बाद मे उन्होंने अपना फैसला बदल लिया।

हालांकि ईरान के विदेश मंत्री मो. जारिफ ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि ड्रोन के नुकसान के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। हालांकि पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने दावा किया है कि एसएस बॉक्सर ने स्ट्रेट ऑफ हॉरमुज में सुबह 10 बजे लगभग ईरानी ड्रोन को नीचे गिरा दिया। 

ईरान और अमेरिका में शुरू हुआ ड्रोन वॉर

पिछले महीने ही ईरान ने अमेरिका एक ड्रोन मार गिराया था। जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पहुंच गए थे। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि अमेरिका ने ईरान पर हमले की तैयारी कर ली थी। लेकिन बाद में उन्होंने फैसला वापस लिया।

ईरान द्वारा शक्तिशाली ड्रोन को मार गिराने पर अमेरिका ने स्वीकार किया था कि उसका 18 करोड़ डॉलर का शक्तिशाली जासूसी ड्रोन को मार गिराया है। असल में खाड़ी में बढ़ता तनाव पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। हाल ही में एक रिपोर्ट आयी है जिसें आशंका व्यक्त की गयी है कि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के चलते परमाणु युद्ध हो सकता है। अब अमेरिका ने ईरान का ड्रोन मार गिराया है। हालांकि ईरान इस बात को नकार रहा है।