अमेठी। लोकसभा चुनाव 2024 में के लिए 8 मार्च को जारी हुई कांग्रेस की 39 उम्मीदवारों की लिस्ट में राहुल गांधी को केरल की वायानाड सीट से दोबारा प्रत्याशी बनाया गया है। इसके बाद से अमेठी के कांग्रेस समर्थक मायूस है। इसी मायूसी में कांग्रेसियों ने 9 अप्रैल को अमेठी के विभिन्न स्थानों पर पोस्टर और होल्डिंग लगाई है। एक होर्डिंग में तो लिखा है, "लेंगे बदला देंगे खून, भैया बिन अमेठी सून"। कांग्रेसियों की ये भावुक अपील कहीं न कहीं राहुल गांधी का अमेठी के प्रति रूखा व्यवहार होने के बाद आई है। कांग्रेस से जुड़े लोगों ने राहुल गांधी से अमेठी लौटने की गुजारिश की है।

 

पहली लिस्ट में राहुल के वायनाड से चुनाव लड़ने की घोषणा से अमेठी के कांग्रेसी दुखी
9 मार्च को अमेठी यूथ कांग्रेस से जुड़े नेताओं ने शहर कस्बे और चौराहों पर अलग-अलग नारे लिखे बैनर, पोस्टर और होर्डिंग लगाए। जिसमें पार्टी सांसद राहुल गांधी से अमेठी लौटने की अपील की गई है। यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष शुभम सिंह ने पोस्टर लगाया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि "लेंगे बदला देंगे खून, भैया बिना अमेठी सून"। इस बारे में शुभम सिंह का कहना है कि, लेंगे बदला देंगे खून का मतलब है कि हम अपने नेता राहुल गांधी के लिए खून देने के लिए भी तैयार हैं। संघर्ष के हर क्षेत्र पर उनके साथ है। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से बीजेपी सरकार हमारे नेता राहुल गांधी को सीबीआई, ईडी बुलाकर परेशान कर रही है। उनके साथ अभद्रता की जा रही है। इससे अमेठी के युवा कांग्रेस के लोगों को बहुत कष्ट है। उन्होंने कहा कि जब तक हम बीजेपी सरकार को सत्ता से हटकर कांग्रेस को सत्तासीन नहीं कर देते, तब तक बदला पूरा नहीं होगा। 

पूर्व जिलाध्यक्ष ने लिखा, " अमेठी पुकारती है, राहुल जी आइए"
अमेठी के केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय के पास यूथ कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह, पंकज और फिरोज आलम ने होर्डिंग लगवाई है। जिसमें उन्होंने लिखा है, "अमेठी पुकारती है राहुल गांधी जी आइए, अमेठी का विकास रुक गया है, शुरू कराइए।"

EX MLC ने लिखा, " 21 के अपशकुन का फेर आपके पुरुषार्थ के आगे खत्म हो गया, इसलिए अमेठी आइए"
कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह ने अपने सोशल हैंडल एक पर लिखा है, " राहुल गांधी हम भी इंतजार में हैं। उन्होंने अपनी दूसरी पोस्ट में लिखा है कि राहुल गांधी जी 2019 में 21 वर्ष बाद अमेठी में कांग्रेस की हार से हम उतना ही दुखी थे, जितना कि 21 मई को जब आपने 21 वर्ष की उम्र में अपने पिता भारत रत्न राजीव गांधी को 1991 में खोया था और हमने 2019 में अपने नेता को अमेठी से संसद सदस्य के रूप में। दीपक सिंह ने लिखा, " मुझे मेरे गुरु जी ने बताया था कि जब राजीव गांधी जी शहीद हुए वह तारीख भी 21थी। उस वक्त आपकी उम्र भी 21 वर्ष थी। अमेठी को आप परिवार मानते हैं। वहां से 1977 में कांग्रेस हारी थी। फिर 21 वर्ष बाद ही 1998 में और अब वही 21 वर्ष बाद 2019 में। गुरु जी अब कहते हैं कि लेकिन आपके पराक्रम के आगे  21 वाले इस सारे टोटके का असर भी खत्म हो गया है। अब कभी भी हार नहीं होगी। अमेठी से कांग्रेसियों की इन भावुक अपीलों के माध्यम से राहुल गांधी को वापस लौटने की गुजारिश की गई है।

ये भी पढ़ें....

Rajasthan News: लोकसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद बीजेपी में पहली बगावत, इस सांसद ने दिखाए तल्ख तेवर