भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की इटालियन वंशावली का मज़ाक उड़ाते हुए उनके लिए एक नए 'गोत्र' का नामकरण किया। उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख महेंद्र नाथ पांडे ने इसे 'गोत्र इट्लस'  नाम दिया। राहुल गांधी के गोत्र के मुद्दे पर यह नई टिप्पणी है।

हाल ही में राजस्थान की पुष्कर के एक पुजारी ने कहा था कि राहुल ने एक अनुष्ठान के दौरान दत्तात्रेय गोत्र बताया था, जो कश्मीरी ब्राह्मण का होता है।

कुछ बीजेपी नेताओं ने इस दावे को चुनौती दी, उन्होंने कहा राहुल के दादा-दादी एक पारसी थे, न कि हिंदू।

पांडे ने संवाददाताओं से कहा कि राहुल का कोई गोत्र नहीं है, वे पारंपरिक रुप से अपने पिता का गोत्र ही धारण कर सकते हैं और अगर हम उनकी मां के गोत्र को देखे तो उनका गोत्र तो इट्लस होना चाहिए।

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को कहा था कि पुष्कर में प्रार्थना करते समय राहुल द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के 'गोत्र' का उल्लेख किया गया था ना कि अपना।

पुष्कर पुजारी दीनानाथ कौल ने कहा था कि मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, संजय गांधी, मेनका गांधी और सोनिया गांधी घाट पर प्रार्थना करने आये थे और इसका हमारे पास रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। पुजारी ने दावा किया कि उनके पास पुराने रिकॉर्ड उपलब्ध हैं।

पांडे ने यह भी कहा कि बीजेपी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का समर्थन किया है, जो कि किसी भी कीमत पर बनाया जायेगा।

बीजेपी नेता  ने राम जन्माभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि मंदिर का मामला अदालत में है और हम उम्मीद करते हैं कि निर्णय हमारे पक्ष में होगा। हालांकि  मंदिर किसी भी कीमत पर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कभी राम मंदिर मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ा है और पार्टी का एजेंडा हमेशा से ही विकास रहा है।