नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोयडा में ठगों का गिरोह भारत में बैठकर अमेरिकी नारगरिकों को ठग रहा था। यह गैंग विदेशी लोगों को एंटी वायरस साफ्टवेयर बेच रहे थे। सूचना पर एक्टिव हुई पुलिस ने छापा मारकर 12 लोगों को मौके से दबोचा है। जिनके पास से 14 डेस्कटॉप, 2 सर्वर, राउटर समेत अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद किए गए हैं। 

100 से 500 डॉलर वार्षिक पैकेज का ऑफर देकर फंसाते थे विदेशी नागरिक
नोएडा पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें सर्विलेंस और अन्य माध्यमों से पुलिस स्टेशन फेस-1 को 4 अप्रैल को जानकारी मिली थी कि सेक्टर 2 के सी-37 ब्लॉक में स्थित असिस्तरा ग्लोबल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड  के दूसरे तल पर एक कॉल सेंटर चल रहा है। जहां से प्रतिष्ठित कंपनियों के एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर बेचने के बहाने विदेशियों को ठगी हो रही थी। यहां काम करने वाले लोग विदेशियों को फोन करके बताते थे कि उनकी कंपनी के पास मैकेफे और नॉर्टन का एंटी वायरस सॉफ़्टवेयर है, जो लैपटॉप और कंप्यूटर में आने वाली समस्याओं का समाधान करता है। जिसका वार्षिक पैकेज 100 (8,335 रुपये) से 500 अमेरिकी डॉलर (41,676 रुपये) तक का बताते थे। यह कॉल सेंटर एक साल से ज्यादा समय से एक्टिव था।

ईमेल पर लिंक भेजकर लेते थे भुगतान, बिना लाईसेंस चल रहा था कॉल सेंटर
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि, "कॉल करने वाले विदेशियों को ईमेल पर भुगतान लिंक भेजते थे और उनके पैसे ठग लेते थे। साथ ही, यह कॉल सेंटर बिना किसी लाइसेंस के चलाया जा रहा था। पुलिस के अनुसार अविरल गौतम, ऋषभ शुक्ला, अली हसन, अनुराग तोमर, हरेंद्र चौधरी, मोहम्मद राजू, संदीप कुमार, दीपक शर्मा, सौरभ सिंह, साकेत प्रियदर्शी और शिवम कुमार को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में से कुछ दिल्ली के निवासी हैं, जबकि कुछ गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहते हैं। पुलिस ने सभी के खिलाफ IPCकी धारा 420 (धोखाधड़ी), 34 (आपराधिक साजिश में शामिल होना) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत FIR दर्ज की है। मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही चल रही है।

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