यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी का कोर्ट में दिया गया प्रार्थना पत्र एक जेलर और दो डिप्टी जेलरों के लिए भारी पड़ गया। योगी सरकार ने तीनों जेल अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई माफिया मुख्तार अंसारी को पेशी पर ले जाने के दौरान बरती गई लापरवाही पर की गई है।
बांदा। यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी का कोर्ट में दिया गया प्रार्थना पत्र एक जेलर और दो डिप्टी जेलरों के लिए भारी पड़ गया। योगी सरकार ने तीनों जेल अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई माफिया मुख्तार अंसारी को पेशी पर ले जाने के दौरान बरती गई लापरवाही पर की गई है। तीनों अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
मुख्तार अंसारी ने बाराबंकी MP-MLA कोर्ट में दी थी अर्जी
बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी ने 21 मार्च को बाराबंकी MP-MLA कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर कहा था कि उसे मारने की साजिश रची जा रही है। उसे खाने में स्लो प्वाइजन दिया जा रहा है। उसने जेल के अंदर फूड प्वाइजनिंग के जरिए उसकी हत्या की साजिश रची जाने का आरोप लगाते हुए खुद की जान का खतरा बताया था। उसने दावा किया था कि जहरीला खाना खाने के बाद से उसकी तबियत खराब हो गई है। ऐसा लग रहा है जैसे वह मौत के मुहाने पर खड़ा हो गया है।
इन अफसरों को किया गया सस्पेंड
मामला संज्ञान में आने के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने बांदा जेल के जेलर योगेश कुमार और दो डिप्टी जेलर राजेश कुमार और अरविंद कुमार को 24 मार्च को संस्पेंड कर दिया।
माफिया मुख्तार ने बताई थी जान से मारने की बड़ी साजिश
बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से उसका समुचित इलाज कराने की गुहार लगाई थी और साजिश की जांच कराने की अपील भी की थी। 21 मार्च को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बाराबंकी की MP-MLA कोर्ट में गैंगस्टर मामले की पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी के वकील के जरिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कराई थी।
मुख्तार अंसारी ने खाने के तुरंत बाद बीमार होने का किया दावा
माफिया मुख्तार की पेशी बांदा जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए MP-MLA कोर्ट के जज कमलकांत श्रीवास्तव के सामने हुई थी। इस दौरान कोई गवाह नहीं मौजूद था। कोर्ट में दाखिल अर्जी के मुताबिक मुख्तार ने कहा है कि 19 मार्च को बांदा जेल में उसे जो खाना दिया गया था, उसमें जहर था। जिसे खाने के बाद वह गंभीर रूप से बीमार हो गया। उसके हाथ-पैर और नसों में दर्द होने लगा है। हाथ-पैर ठंडे पड़ रहे हैं और घबराहट महसूस हो रही है। ऐसा लग रहा है कि उसकी कभी भी जान जा सकती है।
मुख्तार ने कहा, खाना चखने वाले की भी बिगड़ी हालत
मुख्तार अंसारी ने MP-MLA कोर्ट को बताया कि 40 दिन पहले भी उसे खाने में धीमा जहर दिया गया था। इसलिए जेल में जो स्टाफ उसका खाना बनाकर चखता था, वह भी बीमार पड़ गया है। उसका भी इलाज कराया गया है। गैंगस्टर के मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी की अगली पेशी 29 मार्च तय की है।
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Last Updated Mar 24, 2024, 12:50 PM IST