झांसी। यूपी के झांसी जिले में 28 फरवरी को को एक चैंकाने वाला प्रकरण सामने आया है। मामला मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के दौरान का है। जहां एक दूल्हा देर से पहुंचा तो युवती ने अपने जीजा के गले में वरमाला डाल दी। दो बच्चों के पिता बहनोई ने भी साली की मांग में सिंदूर भरकर उसे अपनी पत्नी बना लिया।  युवती की यह हरकत देख वहां मौजूद लोग अवाक रह गए। यह बेतरतीब शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुई है।  झांसी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। 

कपल की बेमेल जोड़ी देख हुआ लोगों को शक
झांसी शहर के पॉलिटेक्निक मैदान में बुधवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन हो रहा था। आयोजन के मध्य एक कपल की हरकत संदिग्ध लग रही थीए क्योकि दोनों की उम्र में काफी अंतर नजर आ रहा था।  लड़की की उम्र कम और लड़के की उम्र अधिक लग रही थी। इस बारे में जब पूछताछ की गई तो पता चला कि झांसी के बामोर कस्बा निवासी खुशी देवी की शादी वृषभान निवासी छतरपुरए मध्य प्रदेश के साथ तय हुई थी।  

सीएम सामूहिक विवाह में हुई घटना से मचा हड़कंप
दोनों परिवारों ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में शादी करने का निर्णय लिया। आज खुशी इसीलिए वहां पहुंची थी। उनकी पंजीयन संख्या 36 थी। जब उनका नंबर आया तो खुशी के साथ वृषभान की बजाय दिनेश कुमार दूल्हे की जगह पर बैठ गया।  दोनों का विवाह भी हो गया। विवाह के बाद जब दिनेश से पूछताछ शुरू हुई तो उसका जवाब था कि विभाग के ही कुछ लोगों ने उसे दूल्हे के स्थान पर बैठा दिया था। क्योकि उस वक्त खुशी का दूल्हा पहुंचा ही नहीं था। इस खुलासे से वहां पर हड़कंप मंच गया। 

दो बच्चों के पिता ने कहा उसे जबरन बैठा दिया गया था
पता चला कि दिनेश कुमार खुशी का जीजा है और दो बच्चों का पिता है। जब हंगामा मचा तो समारोह खत्म होते ही खुशी ने अपनी मांग में भरा दिनेश के नाम का सिंदूर साफ कर दियाय जिसके बाद स्थिति सामान्य हुईय कुछ लोगों ने कहा कि झांसी में मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह के आयोजन में जमकर धांधली की गई हैय जिसमें आयोजनकर्ता भी शामिल है। 

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