कासगंज। मौत का ऐसा भयावाह मंजर जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाए, वह यूपी के कासगंज में देखने को मिला। माघी पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के लिए निकली बच्चो को संभालते हुए मुस्कुराती महिलाएं, मस्ती करते छोटे-छोटे मासूम बच्चे और घर परिवार की चर्चा करते बड़े बुजुर्ग आराम से ट्रैक्टर ट्राली से गंगा घाट की ओर बढ़ रहे थे।आस्था से सराबोर इन लोगों में से किसी को तनिक भी एहसास नहीं था कि आगे काल उनका इंतजार कर रहा है।
 

अब तक 24 की मौत, 18 घायल, 6 माह का मासूम लापता
यूपी के कासगंज जिले में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है। 18 लोग गंभीर रूप से घायल है। 6 माह का बच्चा लापता है। गोताखोरों की टीम उसकी तलाश कर रही है। पंपिंग सेट लगाकर तालाब का पानी बाहर निकाला जा रहा है। इस हादसे में सबसे बड़ी वजह जो सामने आई वह ड्राइवर की लापरवाही है। सबसे दुखद पहलू यह है कि 6 माह का जो बच्चा लापता है। उसी का मुंडन करने के लिए माघी पूर्णिमा के दिन परिवार और नात रिश्तेदार के लोग गंगा घाट पर जा रहे थे। पुलिस प्रशासन का कहना है कि अब तक की जांच में पता चला है कि ट्रैक्टर ट्राली में कुल 52 महिला पुरुष एवं बच्चे सवार थे।
 

तीन ट्रैक्टर से सैकड़ो लोग माघी पूर्णिमा का स्नान करने जा रहे थे गंगा घाट
जिले के पटियाली-दरियावगंज मार्ग पर ककराला गांव के सामने तालाब में शनिवार को सुबह करीब 10:15 बजे एक ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई। आपकी गहराई इतना ज्यादा थी कि पूरा ट्रैक्टर ट्राली उसमें समा गया। ट्रैक्टर ट्राली से एटा जनपद के लोग अपने 6 माह के बच्चे का मुंडन करने के लिए कादरगंज गंगाघाट जा रहे थे। एटा जनपद के जैथरा थाना अंतर्गत कसा गांव निवासी गौरव कुमार के छह माह के बेटे का आज मुंडन संस्कार था।
हादसे से तालाब में गिरे सभी श्रद्धालुओं को निकाला जा चुका है, लेकिन यह मासूम लापता है। उसे ढूंढने की काफी कोशिशें की गईं, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है। अब फायर ब्रिगेड की टीम व गांव के लोग ट्रैक्टर से पंपसेट लगाकार तालाब का पानी निकलने में जुटे हुए है। मौके पर पटियाली के एसडीएम, सीओ, दमकल कर्मी, पुलिस व सैकड़ो ग्रामीण मौजूद हैं।
 

 

24 लोगों के मौत की खबर सुन सुन दहल उठा नगला कसा गांव
इस दर्दनाक हादसे की सूचना जब मृतकों के परिवार को हुई तो पूरे गांव में मातम छा गया। एटा जिले का गांव नगला कसा से तीन गांव के लोग ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर गंगा स्नान को जा रहे थे। जिसमें नगला कसा के ही सबसे अधिक लोग थे। ट्रैक्टर ट्रॉली पड़ोस के गांव रोरी के रहने वाले राहुल कुमार की थी। जिसमें बच्चों को मिलाकर कुल 52 लोग सवार बताये जा रहे हैं। मौके पर भी हाहाकार मचा हुआ है।
 

एसपी ने कहा राहत एवं बचाव कार्य जारी
कासगंज की पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि "पटियाली में ट्रॉली से कुछ श्रद्धालु जा रहे थे। नियंत्रण बिगड़ने से ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिर गई। पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची हैं और ग्रामीणों की सहायता से लोगों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया"।
 

सीएम के रोक के बावजूद ट्रैक्टर ट्राली से होती रही यात्रा का नतीजा है कासगंज हादसा
प्रदेश के कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर आदि जिलों में ट्रैक्टर ट्राली से हुए दर्दनाक हादसो के मध्य नजर 3 अक्टूबर 2022 को सीएम योगी ने ट्रैक्टर ट्राली से सफर करने पर सख्त रोक लगा दी थी। उल्लंघन पर ट्रैक्टर मालिक के ऊपर ₹10000 जुर्माने का भी निर्देश दिया था। बावजूद इसके ट्रैक्टर ट्राली से यात्रा करना ग्रामीणों का बदस्तूर जारी है। जिसका नतीजा आज सबके सामने है। हालांकि आज हुई घटना के बाद मुख्यमंत्री ने संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक के परिवारों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को ₹50000 की आर्थिक मदद देने का निर्देश दिया है।

ये भी पढें...
ब्रेकिंग न्यूज़: कासगंज में श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्राली तालाब में पलटी, सात बच्चों समेत 22 की मौत