ग्रेटर नोएडा: सोमवार की रात यूपी एसटीफ की नोएडा यूनिट ने 50 हजार की ईनामी बदमाश अजीत सिंह को गिरफ्तार किया। वह कई जिलों में वांछित चल रहा था। अजीत सिंह को नूरपुर थाना बाबूगढ़ छावनी हापुड की बीटा 2 पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया। 

अजीत को  गौतम बुद्ध नगर क्षेत्र से गिरफ़्तार करने में सफलता प्राप्त की है । अजित थाना बाबूगढ़ छावनी का हिस्ट्रीशीटर है और इस पर हत्या और हत्या के प्रयास जैसे कई  मुक़दमे दर्ज है। वर्ष 2005 में ये ग़ाज़ियाबाद के कुख्यात राकेश हसनपुरिया और सैदपुर बुलन्दशहर के सेंसरपाल के सम्पर्क में आ गया। 

वर्ष 2006 में हापुड़ में डबल मर्डर को अंजाम दिया जिसमें आजीवन कारावास की सज़ा हुई और बाद में उच्च न्यायालय से ज़मानत पाकर बाहर आया। वर्ष 2008 में दिल्ली के व्यापारी किशोरी लाल नागपाल की हत्या बुलंदशहर में सुपारी लेकर कर दी जिसमें अजीत को निचली अदालत से फाँसी की सज़ा हुई बाद में उच्च न्यायालय से बरी हो गया । 

डांसना जेल में बंद रहने के दौरान ही अजित की मुलाक़ात मिर्ची गैंग के सरगना आशू उर्फ प्रवीण निवासी क़ाज़ीपुरा थाना मसूरी ग़ाज़ियाबाद से हुई और जब कुछ  माह पूर्व आशू जेल से बाहर आया तो अजीत ने आशू के गैंग को खड़ा करने में मदद की । 

इसके बाद अजीत कुछ नए लड़कों को जोड़कर 2018  से  पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में लूटों को अंजाम देने लगा जिसमें प्रमुख रूप से थाना किच्छा उदमसिंघ नगर में सुनार को गोली मारकर 4 लाख की लूट कराई थी।

 इसके बाद अजीत ने 24-6-19 को ग्रेटर नॉएडा में पेट्रोल पम्प के मैनेजर को मारकर क़रीब 17 लाख की लूट का प्लान बनाया और जब वो इसे अंजाम देने ही वाले थे की एसटीफ नोएडा की टीम से बदमाशों की मुठभेड़ हो गई जिसमें 3 बदमाश गोली लगने से घायल हुए थे और 2 अन्य पकड़े गए थे । 

इस प्रकार एसटीफ की सक्रियता से हत्या और लूट की एक बड़ी घटना को रोका गया ।इसी मुक़दमे में अजीत वांछित चल रहा था और इसपर 50,000 का ईनाम था ।अजीत ने इसके अलावा बरेली में भी एक सुनार की रेकी कर रखी थी जिसके दुकान में वह लूट की घटना को अंजाम देने वाला था।