17वीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन सदस्यों के शपथ ग्रहण करने के दौरान सदन में हंगामा हो गया। उत्तर प्रदेश की संभल लोकसभा सीट से जीतकर आए सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ को लेकर एक विवादित टिप्पणी कर दी। उनकी इस टिप्पणी पर भाजपा के सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई और बर्क से माफी मांगने की मांग की। इसके बाद भाजपा के कई सदस्यों ने उनके शपथ लेने के बाद ‘भारत माता की जय’, ‘जय श्रीराम’ और ‘वंदे मातरम्’ के नारे लगाए। 

दरअसल, लोकसभा महासचिव ने जैसे ही बर्क का नाम पुकारा तो भाजपा के कुछ सदस्य ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाते सुने गए। शपथ लेने के बाद बर्क ने कहा, ‘भारत का संविधान जिंदाबाद।’ उन्होंने कहा, वह वंदे मातरम नहीं कहेंगे क्योंकि यह इस्लाम के खिलाफ है। उनकी इस टिप्पणी पर भाजपा के सदस्यों ने ऐतराज जताया। इस पर पीठासीन अध्यक्ष ने कहा कि बर्क ने शपथ के अलावा जो कुछ भी कहा है वो रिकॉर्ड में नहीं जाएगा। 

हंगामे को शांत कराने के लिए पीठासीन अध्यक्ष के. सुरेश ने कहा कि शपथ लेने के अलावा सदस्य कोई नारा नहीं लगाएं और रिकॉर्ड में शपथ के अलावा कुछ नहीं जाएगा। इसके बाद शपथ लेने वाले भाजपा के कई सदस्यों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाया।

बर्क की टिप्पणी पर संसद परिसर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'मैं कह रहा हूं कि ये धरती मेरी मां है और धरती मां से बढ़कर कौन है? अगर धरती मां से बढ़कर कोई हो तो बताओ।'

इससे पहले, सदन में भाजपा के राजवीर सिंह और सतीश गौतम ने ‘जयश्रीराम’ के नारे लगाए। इसके बाद पश्चिम बंगाल से भाजपा के लगभग सभी सांसदों ने अपनी शपथ के साथ ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया। इस दौरान भाजपा के अन्य सदस्यों ने भी ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। राज्य के तृणमूल कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने शपथ लेते हुए ‘जय बांग्ला’ और ‘जय बंगाली’ के नारे लगाए तो भाजपा के सदस्य ‘जय श्री राम’ बोलते सुने गए।

तृणमूल की काकोली घोष दस्तीदार जब शपथ लेने आईं तो पश्चिम बंगाल के भाजपा के कुछ सदस्य ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते सुने गये तो दस्तीदार ने भी कई बार ‘जय बंगाल’ का नारा लगाया।  गोरखपुर से निर्वाचित हुए अभिनेता-गायक रवि किशन अपनी शपथ लेने के दौरान ‘पार्वती पतये हर हर महादेव’ का जयकार करते भी सुने गए। उत्तर प्रदेश के सलेमपुर से भाजपा सांसद रवींद्र ने शपथ लेने के बाद ‘जय योगी-जय मोदी’ बोला।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम शपथ लेने के लिए पुकारे जाने पर उत्तर प्रदेश के भाजपा के कुछ सदस्यों ने भी मेजें थपथपाईं। (इनपुट भाषा से भी)