प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रहे। उन्होंने बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किए। वहां से निकल कर पीएम सीधे मंडुआडीह स्टेशन पहुंचे और निरीक्षण किया। अपने वाराणसी दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महामना की पावन धरती काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रांगण से 500 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं को शिलान्यास-लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम ने एक सभा को भी संबोधित किया।

अपने संबोधन में प्रधामनमंत्री ने वाराणसी में चल रहे विकास कार्यों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। इस दौरे पर पीएम ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 500 करोड़ के विकास परियोजनाओं का तोहफा दिया। इसमें ओल्ड काशी का 36200 लाख, 33 इन टू 11 केवी विद्युत सब स्टेशन बेटावर का 279 लाख, अटल इंक्यूबेशन सेंटर का 2000 लाख, नागेपुर ग्राम पेयजल योजना का 275 लाख, 33 इन टू 11 विद्युत सब स्टेशन कुरुसातो निर्मा का 260 लाख का लोकार्पण शामिल है।

प्रधानमंत्री के भाषण की कुछ खास बिंदु

1-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी से की। उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मैं अपने जीवन के एक और साल की शुरुआत में बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के आशीर्वाद के साथ कर रहा हूं। PM ने कहा कि विकास सिर्फ अब वाराणसी में ही नहीं बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में भी हो रहा है।

2- वाराणसी को पूर्वी भारत का सबसे बड़ा मेडिकल सेंटर बनाने जा रहे हैं। बीएचयू में ट्रामा सेंटर के साथ कैंसर संसथान को आधुनिक करने का काम चल रहा है।

3-वाराणसी को पूर्वी भारत का गेटवे के तौर विकसित किया जाता है। इस लिए बनारस को जोड़ने वाली सभी सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है।

4-वाराणसी स्टेशन को आधुनिक बनाने के साथ-साथ विभिन्न शहरो को जोड़ने के लिए कई नई ट्रेन चलाई गई है।

5-वाराणसी के आतिथ्य को दूनिया के कई देशों के पीएम और राष्ट्रपति ने स्वीकारा और इसका जिक्र जहां भी जाते हैं वहां जरुर करते हैं। जापान वाराणसी में संपर्क केन्द्र भी बनाने जा रहा है।

6-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले साल यानी 2019 की शुरुआत में दुनिया भर में बसे भारतीयों का कुंभ काशी में लगेगा यानी पूरी दुनिया में बसे हिंदुस्तानी यहां आएंगे। बता दें कि अगले साल होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन वाराणसी में किया जाएगा।

7- पीएम ने कहा कि पहले वाराणसी में बिजली के तार सड़कों पर लटके दिखाई देते थे, लेकिन अब नहीं दिखते।