वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरके धवन का 81 साल की उम्र में सोमवार को दिल्ली में निधन हो गया। वह राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। धवन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निजी सचिव और बेहद करीबी थे। वह 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के चश्मदीद भी थे। धवन ने सोमवार शाम 7 बजे के करीब बीएल कपूर अस्पताल में आखिरी सांस ली। तबियत खराब होने की वजह से पिछले हफ्ते ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।


धवन की शादी 74 साल की उम्र में हुई थी। अपनी मौत से महज 6 साल पहले ही उन्होंने शादी की थी। जुलाई, 2012 में उन्होंने अपने से करीब 15 साल कम उम्र की अचला से विवाह किया था।
1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के समय वह घटनास्थल पर मौजूद थे और उन्हें इंदिरा का बेहद करीबी माना जाता था। इंदिरा युग में उनकी शख्सियत एक समय देश के दूसरे या तीसरे नंबर के ताकतवर व्यक्ति के रूप में थी।


इंदिरा सरकार की ओर से देश में लगाए गए इमरजेंसी के दौरान धवन की स्थिति बेहद मजबूत हो गई थी। इस दौरान गांधी की ओर से लिए जा रहे फैसलों में उनकी भूमिका मानी जाती है।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा है, “श्री आरके धवन के जाने से गहरा धक्का लगा। हालांकि वह बीमार थे, मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी कि वो जल्द ही चले जाएंगे। वो पार्टी और सरकार में एक करीबी और सहयोगी थे, जो हमेशा याद किए जाएंगे”।  


कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया है कि, “दिग्गज कांग्रेसी नेता श्री आरके धवन के लिए हमारी श्रद्धांजलि। उनकी अथक भावना, कांग्रेस आदर्शों की अतुल्य प्रतिबद्धता और समर्पण को हमेशा याद किया जाएगा”। 


कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, “हम कांग्रेस पार्टी के एक महत्वपूर्ण सदस्य आरके धवन के निधन की खबर सुनने के बाद दुखी हैं। हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके परिवार के साथ हैं”।