लखीमपुर-खीरी। बच्चा चोरी की अफवाह के कारण उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में एक दारोगा और दीवान को ग्रामीण ने पीट दिया। ये दोनों हरियाणा पुलिस में तैनात है। बड़ी मुश्किल से कुछ लोगों  ग्रामीणों से इनकी जान बचाई और पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई। ग्रामीणों ने पुलिस वालों की रिवाल्वर भी छिन ली थी और गाड़ी में भी तोड़फोड़ की।

जानकारी के मुताबिक हरियाणा के अंबाला के बलदेव नगर थाने में तैनात दरोगा ओमप्रकाश और हेड कांस्टेबल सुरजीत सिंह लखनऊ हाईकोर्ट में किसी सरकारी कार्य से आए थे। इन लोगों को वापस अंबाला जाना था और ये अपनी निजी वाहन से आए थे। इन लोगों को सीतापुर से पलिया, शाहजहांपुर होते हुए अंबाला जाना था। लेकिन गूगल मैप धोखा दे गया।

गलती से ये लोग धौरहरा होते हुए सिसैया क्रशर तक तो पहुंच गए, लेकिन बाद रास्ता भटक गए। देर रात में ये लोग बबुरी गांव पहुंचे तो वहां इनकी कार कीचड़ में फंस गई। हेड कांस्टेबल सुरजीत मदद के लिए पास में ही मंदिर में पहुंचे जहां लोग श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम मना रहे थे और इसमें से पांच छह लोगों को बुला लाए ताकि गाड़ी में धक्का देकर बाहर निकाला जा सके। 

लेकिन इसी बीच किसी ने अफवाह उड़ा दी की ये लोग बच्चा चोर हैं। इसके बाद ग्रामीणों ने इन्हें पकड़ लिया और जमकर पिटाई की। कार में भी तोड़फोड़ की। हालांकि जब जब दरोगा ने पिस्टल निकाली तो भीड़ ने छीन ली। इसी बीच गांव के ही कुछ लोगों ने भीड़ से तीनों को बचाकर एक कमरे में बंद किया और स्थानीय पुलिस को सूचना दी।  इसके बाद निघासन थाना पुलिस आई और अपने साथ ले गई।

हालांकि हरियाणा पुलिस के दीवान ने पुलिस की वर्दी पहनी थी। लेकिन ग्रामीण मानने को ही तैयार नहीं थे। क्योंकि ग्रामीणों का कहना था कि बच्चा चोर गिरोह भी पुलिस की वर्दी पहनकर आता है। घटना का पता चलने पर सीओ राकेश कुमार नायक और प्रभारी निरीक्षक दीपक शुक्ल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने किसी तरह लोगों से दरोगा की पिस्टल ग्रामीणों से अपने कब्जे में ली।