केन्द्र सरकार के आरोप के बाद कांग्रेस शासित राजस्थान में राजनीति शुरू हो गई है। केंद्र सरकार ने कहा है कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार केन्द्र सरकार द्वारा भेजी सब्सिडी को किसानों को वितरित नहीं कर रही है जबकि सरकार 700 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान कर चुकी है वहीं राजस्थान सरकार इस सब्सिडी को केन्द्र सरकार को वापस कर रही है।
नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच राजस्थान में भाजपा और सत्ताधारी कांग्रेस के बीच युद्ध छिड़ गया है। केन्द्र सरकार का कहना है कि राज्य सरकार केन्द्र द्वारा भेजी गई सब्सिडी को किसानों को वितरित नहीं कर रही है। जबकि कांग्रेस का कहना है कि भाजपा कोरोना संकट के बीच राजनीति कर रही है। केन्द्र सरकार के आरोप के बाद कांग्रेस शासित राजस्थान में राजनीति शुरू हो गई है।
केंद्र सरकार ने कहा है कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार केन्द्र सरकार द्वारा भेजी सब्सिडी को किसानों को वितरित नहीं कर रही है जबकि सरकार 700 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान कर चुकी है वहीं राजस्थान सरकार इस सब्सिडी को केन्द्र सरकार को वापस कर रही है। केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि राजस्थान किसानों को सब्सिडी भुगतान किए बगैर 787 करोड़ रुपये से अधिक की राशि केन्द्र सरकार को वापस कर रही है। कोरोना संकट के बीच किसानों परेशान हैं।
कृषि मंत्रालय ने कहा है कि केंद्र ने अप्रैल 2020 तक खरीफ 2019 की फसल के लिए 947.86 करोड़ रुपये राज्य सरकार को दिए और इसमें किसानों के लिए 787.43 करोड़ रुपये की सब्सिडी भी शामिल है। जबकि राज्य सरकार ने भुगतान के बाद इस धन को लंबित रखा है। केन्द्रीय मंत्री का कहना है सरकार किसान सम्मान निधि के तहत प्रत्येक किसान के बैंक खातों में 2,000 रुपये स्थानांतरित किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को खरीद केंद्र जल्द से जल्द खुलने चाहिए और इससे राजस्थान में किसानों को जल्द लाभ होगा। लेकिन राज्य सरकार अपनी हठधर्मिता के कारण किसानों का हित नहीं कर रही है।
Last Updated Apr 27, 2020, 8:10 PM IST