नई दिल्ली। भारत के साथ ही दुनियाभर के देशों में कोरोनावायरस का प्रकोप जारी है। केन्द्र सरकार ने इसका प्रकोप रोकने के लिए तीन सप्ताह का राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन किया  है। वहीं अब देशभर में गर्मी बढ़ रही है और माना जा रहा है कि गर्मी बढ़ने के साथ ही इस वायरस का प्रकोप कम जाएगा। एक शोध के मुताबिक कोरोना के अधिकांश मामले 18 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान वाले स्थानों में आए हैं और तापमान बढ़ने के साथ ही कोरोना का प्रभाव कम हो जाता है।

जानकारी के मुताबिक अधिक गर्मी के कारण कोरोना का प्रभाव कम हो जाता है।  हालांकि इसके लिए कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है इसके साथ ही डॉक्टरों ने सलाह दी है कि इसके कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है, जिसके कारण कोई विश्नास नहीं किया जा सकता है।  लेकिन मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं की एक टीम ने इस बहस को फिर से हवा दी है कोरोनावायरस अधिक गर्मी में कम फैलता है। शोध में ये भी पाया गया है कि कोरोनोवायरस के अधिकांश नए मामले उन जगहों पर सामने आए हैं जहां औसत तापमान  4-10 डिग्री सेल्सियस था। इसके साथ ही 10 मार्च के बाद कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी गई, जहां औसत तापमान 18 डिग्री सेल्सियस से नीचे था।

भारत में भी तापमान लगातार बढ़ रहा है और अगर ये शोध सिद्ध होता है तो भारत में कोरोना का प्रभाव कम हो सकता है। गौरतलब है कि अभी तक दुनिया भर में लाखों लोग इस खतरनाक वायरस से प्रभावित हैं। चीन में फिलहाल इस वायरस का प्रभाव कम हो रहा है वहीं इटली, स्पेन  और अमेरिका समेत यूरोप और एशिया के कई देशों में कोरोना का कहर जारी है। जिसके बाद कई देशों ने अपने वहां पर लॉक़डाउन कर दिया है। ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके।

अभी तक इटली में सबसे ज्यादा मौतें इस वायरस के कारण हुई हैं जबकि चीन में कम मौतें हुई हैं।  भारत में कोरोना का कहर जारी है और अभी तक 642 लोग इस बीमारी से संक्रमित पाए गए हैं और हजारों की जांच हो चुकी है। जबकि ग्यारह लोगों की मौत इस वायरस के कारण हुई है। भारत सरकार ने कोरोना से बचने के लिए लॉकडाउन किया है।