नेशनल डेस्क।  इजराइल और फिलिस्तीन के बीच सालों से जल रही आग (israel news in hindi) आज एक बार फिर धधक उठी है। फिलिस्तीन की आतंकी संगठन हमास से इजराइल पर अभी तक का सबसे बड़ा हमला बोला है वही इजराइल ने इसे युद्ध करार देते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। अमेरिका भारत समेत कई देशों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। ऐसे में यह जानना जरूरी है की इजराइल और फिलिस्तीन (hamas attacks on israel timeline) के बीच शुरू हुए इस युद्ध के क्या परिणाम होंगे और अन्य देशों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?

इजरायल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा भारत

भारत हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाता रहा है ऐसे में हमास आतंकवादियों का इजरायल (israel intelligence agency) पर हमले की भारत ने कड़ी निंदा की है। इजरायल पर हमला पूरी दुनिया के लिए चिंताजनक है खास तौर पर भारत के लिए। यह युद्ध कई दूरगामी में परिणाम देंगे।

Middle East Economic Corridor पर पड़ेगा असर

हमास (hamas) का इजराइल पर हमले का सबसे ज्यादा असर भारत में हुई g20 समिट के दौरान Middle East Economic Corridor के प्लान पर पड़ेगा। इस वक्त इजरायल और फिलीस्तीन के समर्थन में दुनिया दो धड़ों  में बंट गई है। इजरायल के समर्थन में अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत जैसे बड़े देश हैं। तो वहीं हमास को ईरान, कतर, सीरिया, लेबनान जैसे देशों का समर्थन मिल रहा है। वही चीन और रूस ने न्यूट्रल रहते हुए सीज फायर और शांति बहाल करने की बात कही है।  Middle East Economic Corridor के तहत साऊदी अरब और इजरायल के करीब आने की बात हो रही थी लेकिन इस हमले के बाद इसपर विराम लग सकता है। दरअसल, इस मेगा प्रोजेक्ट का हिस्सा इजरायल और यूएई भी हैं। हालांकि हमास के हमले के बाद जो तनाव पैदा हुआ है उससे चीन को काउंटर करन वाले इस एग्रीमेंट पर आंच आ सकती है। क्योंकि हमास ने युद्ध की शुरुआत की है लेकिन इजरायल इस युद्ध को आखिर तक ले जाएगा। 

अमेरिका-भारत के महत्वपूर्ण हैं Middle East Economic Corridor
 Middle East Economic Corridor में अमेरिका को दिलचस्पी है। बीते दिनों खबरें आई थी कि इस मेगा प्रोजेक्ट को बनाने के लिए साऊदी अरब के संबंध बहाल हो सकते हैं। इस पर खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन काम कर रहे थे। ऐसे में मुस्लिम देश के नाते इजरायल (israel news today) के आक्रमण पर साऊदी अरब आपत्ति जता सकता है। ऐसे में देखा जाए तो इस अटैक से मीडिल ईस्ट एरिया पर एक बार फिर अस्थिरता पैदा हो गई।  वहीं ये हमला इस बात की ओर भी इशार करता है,(israel palestine conflict) जिस तरह UAE और अरब देशों के पास लाने में अमेरिका कोशिश कर रहा था, उन रिश्तों को तोड़ने (israel palestine) का काम किया गया है। अगर इस युद्ध का असर कॉरिडोर पर पड़ता है तो भारत को इससे बड़ा झटका लग सकता है। बहरहाल देखना दिलचस्प होगा की इस मसले पर साऊदी अरब का क्या स्टांस रहता है और वह इजरायल के साथ रिश्ते सुधारेगा या फिर बाइडेन की मेहनत मिट्टी में मिल जाएगी। 

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