लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव का चार्टर प्लेन को रोकने की घटना ने राज्य में नया राजनैतिक तूफान ला दिया है। राज्य के विभिन्न जिलों में सपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को बड़ा प्रदर्शन किया। लेकिन बहुत कम ही लोग जानते हैं कि कभी अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ को प्रयागराज (इलाहाबाद) जाने से रोका था। उस वक्त भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ का कार्यक्रम था। 

राजनीति में कई घटनाएं ऐसी होती हैं। जिसका खामियाजा लंबे अरसे के बाद नेताओं को उठाना पड़ता है। कुछ ऐसा ही मंगलवार को राजधानी लखनऊ में हुआ जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव प्रयागराज जा रहे थे तभी योगी सरकार ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया। हालांकि योगी सरकार का दावा था कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अखिलेश यादव को कैंपस में आने की अनुमति नहीं दी थी। क्योंकि छात्रसंघ ने भी एक प्रस्ताव पारित कर राजनैतिक दलों को इससे दूर रहने को कहा था। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का चार्टर्ड प्लेन को लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोका गया है। इसकी जानकारी खुद अखिलेश यादव ने इस संबंध में ट्वीटर के जरिए दी। 

असल में चार साल पहले मुख्यमंत्री रहते अखिलेश यादव ने गोरखपुर के सांसद रहे योगी आदित्यनाथ को इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जाने से रोका था। तब योगी भी छात्र संघ के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे। लेकिन तब राज्य में सपा की सरकार थी। लिहाजा योगी ज्यादा कुछ नहीं कर पाए। लेकिन अब राज्य की स्थिति बदल गयी है। अखिलेश विपक्ष में हैं और योगी मुख्यमंत्री। लिहाजा चार साल बाद योगी ने बदला लेकर ये जता दिया है राजनीति में स्थितियां और परिस्थितियां बदलती रहती हैं। असल में अखिलेश को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के वार्षिकोत्सव समारोह में शामिल होने के लिए जाना था।

लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रयागराज जिला प्रशासन को बता दिया था कि अखिलेश के आने से विश्वविद्यालय का माहौल खराब हो सकता है। लिहाजा उन्हें यहां आने की अनुमति नहीं है। उसके बावजूद वह आ रहे हैं। इसके बाद प्रयागराज प्रशासन ने अखिलेश के चार्टर प्लेन को लखनऊ में ही रोकने को कहा। जिसके कारण उनका प्लेन रोका गया। फिलहाल सपा इसे मुद्दा बनाकर राज्य की भाजपा सरकार को घेर रही है और इसके बाद राज्य की सियासत तेज हो जाएगी।