लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के लिए लगातार मुसीबत बनते जा रहे है भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लखनऊ में नजरबंद किया है। आजाद लखनऊ में सीएए के विरोध में प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए लखनऊ पहुंचे थे।

योगी सरकार ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को डालीबाग इलाके में सरकारी गेस्ट हाउस में नजरबंद रखा है। चंद्रशेखर राज्य की राजधानी में क्लॉक टॉवर में नागरिकता संसोधन कानून के लिए चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए लखनऊ में पहुंचे थे।  हालांकि राज्य सरकार ने राज्य के कई जिलों में धारा 144 लागू की है। आजाद सीएए को लेकर देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं।  पिछले दिनों आजाद ने दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। इसके बाद वह हैदराबाद पहुंचे थे।

लेकिन आंध्र प्रदेश सरकार ने उनके कार्यक्रम में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध लगा दिया था। आजाद को नजरबंद किए जाने के बारे में डीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने कहा कि भीम सेना के प्रमुख नजरबंद किया गया है। उन्होंने कहा कि जब उनकी मौजूदगी के बारे में पता चला तो अतिरिक्त बलों को गेस्ट हाउस भेज दिया गया। जहां से उनके बाहर निकलने पर रोक है। हालांकि आजाद राज्य की योगी सरकार से ज्यादा बहुजन समाज पार्टी के लिए राज्य में मुसीबत बने हुए हैं। क्योंकि राज्य में भीम आर्मी अपने लिए राजनैतिक जमीन तैयार कर रही है और जो सीधे तौर पर बसपा को नुकसान पहुंचाएगी। भीम आर्मी भी लगातार भाजपा के साथ ही बसपा पर सीधा निशाना साध रही है।

वहीं भीम आर्मी की कांग्रेस के नजदीकियां बढ़ती जा रही है। जिसको लेकर माना जा रहा है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भीम आर्मी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है। हालांकि अभी तक दोनों दलों ने इस बारे में खुलकर कुछ भी नहीं कहा है। लेकिन स्थितियों को देखते हुए लगता है कि दोनों एक साथ आ सकते हैं। भीम आर्मी के प्रमुख की कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से कई बार मुलाकात भी हो चुकी है।