फर्रुखाबाद. यहां एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। नगला कायमगंज में एक परिवार अपने मृत सदस्य के शरीर को तीन दिनों से घर में रखा हुआ है। तीन दिनों से झाड़ फूंक जारी है। परिवारीजनों को भरोसा है कि, मर चुका इंसान फिर से जिंदा हो जाएगा। 

नगला कायमगंज के सत्तार निवासी कुश पुत्र राजेंद्र को तीन पहले खेत में काम करते समय सांप ने काट लिया था। उसके बाद परिजन उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कायमंगज लेकर गए। जहां हालत गंभीर होने पर उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया गया था। लेकिन राममनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर लौट आए। लेकिन अंतिम संस्कार नहीं किया बल्कि जिंदा करने के लिए झाड़ फूंक तंत्र मंत्र के फेर में पड़ गए। 

एटा, कायमगंज के मितौलीया, रुखिया के तांत्रिकों को बुलाया गया। लेकिन लोग युवक को जीवित नहीं कर सके। फिर भी परिजनों का अंध विश्वास खत्म नहीं हुआ है। मृतक के शव को लेकर कन्नौज के अर्जुनपुर लेकर गए, जहां भी कोई तंत्र मंत्र काम नहीं आया। बुधवार को बंगाली महिला तांत्रिक क्रियाओं के लिए आई, लेकिन अंध विश्वास का कोई करिश्मा काम नहीं आया। अंध विश्वास के चलते परिजन अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं है। परिजनों को आस है कि अंध विश्वास का कोई करिश्मा काम आ गया तो वह जिंदा हो सकता है। मृतक के घर पर देखने बालो की भीड़ जमा है आस पड़ोस के गांव के देखने वालों का मेला लगा हुआ है।