Epicenter
(Search results - 5)NewsNov 4, 2023, 9:34 AM IST
Nepal Earthquake: भूकंप से नेपाल में भारी तबाही, 128 से ज्यादा लोगों की मौत-1000 घायल
Nepal Earthquake: नेपाल में शुक्रवार यानी 3 नवंबर की देर रात आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। 128 से ज्यादा लोगों के मौत की खबर हे। घायलों की संख्या 1000 तक बढ़ गई है। भारत के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र, के अनुसार 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसके झटके दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों तक महसूस किए गए।
NewsMay 23, 2020, 7:59 AM IST
धारावी बना कोरोना का नया एपिसेंटर,15 सौ के करीब पहुंच संक्रमितों की संख्या
महाराष्ट्र में मुंबई और मुंबई में धारावी कोरोना का सबसे बड़ा केन्द्र बन गया है। पांच लाख की आबादी वाले धारावी में कोरोना तेजी से फैल रहा है। वहीं शुक्रवार को धारावी में कोरोनोवायरस के 53 नए मामले दर्ज किए गए हैं और इसके बाद धारावी में कुल संक्रमितों की संख्या1,478 हो गई है। जबकि धारावी में अभी तक कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 57 हो गई।
NewsMay 7, 2020, 12:45 PM IST
मुंबई के बाद पुणे बन रहा है कोरोना का एपिसेंटेर, 23 पहुंची संक्रमितों की संख्या
वहीं पुणे के अलावा मुंबई में कोरोना के 769 मामले दर्ज किए गए हैं। जिसके बाद आर्थिक राजधानी में संक्रमितों की संख्या दस हजार से पार हो गई है। वहीं मुंबई में मामलों की रफ्तार में कोई कमी नहीं आई है। राजधानी में अब तक कोरोना के 10,527 मामले सामने आ चुके हैं और वहीं 412 लोगों की मौत हुई है।राज्य में मुंबई के बाद सबसे ज्यादा मामले पुणे सामने आए हैं और यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 2300 हो गई है।
NewsApr 28, 2020, 2:27 PM IST
तीस हजार के करीब पहुंची संक्रमितों की संख्या, महाराष्ट्र अभी भी बड़ा एपिसेंटर
देश में कोरोना संक्रमण की वजह से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। आंकड़ों के मुताबिक 28 अप्रैल तक देश में 934 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हो चुकी है जबकि कोरोना वायरस मामलों की संख्या बढ़कर 29435 तक पहुंच गई है। अकेले महाराष्ट्र में अब तक कोरोना वायरस के 8590 मामले सामने आ चुके हैं।
NewsApr 10, 2020, 12:31 PM IST
कोरोना वायरस के एपिसेंटर बने ये पांच राज्य, पांच राज्यों में हैं साठ फीसदी मरीज
अगर देखें पांच राज्य देश में कोरोना वायरस के एपिसेंटर बने हुए हैं। देश के 59 प्रतिशत मामले इन्हीं पांच राज्यों से हैं जबकि होने वाली मौत 64 प्रतिशत है।