भारत के महान, समावेशी, बहुलवादी, सहिष्णु सभ्यता से भरे अतीत का जिक्र करते हुए फिल्म निर्माता और लेखक विवेक अग्निहोत्री बता रहा है कि कैसे आजादी के बाद अल्पसंख्यकों को सुविधाएं देना धीरे-धीरे वोट वैंक की राजनीति तक सिमट गया। इसका नतीजा यह हुआ कि आज प्रत्येक हिंदू यह महसूस करने लगा है कि देश में उसके साथ अनुचित व्यवहार हो रहा है।