पीएम नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित फिल्म ‘PM Narendra Modi’ पूरी तरह बन कर तैयार है। अब दर्शकों को इंतजार है तो फिल्म के रिलीज होने का। फिल्म पर विवाद थमने का नाम क्यों नहीं ले रहा है? दरअसल फिल्म का ट्रेलर जब से रिलीज हुआ है तब से ही फिल्म के लिए एक के बाद एक मुसीबत खड़ी हो जा रही है।

फिल्म को लेकर कहा जा रहा है कि यह प्रोपेगेंडा पर आधारित है। आरोप लग रहा है कि चुनाव के दौरान लोगों का ध्यान खींचने के लिए फिल्म को बनाया गया है। दावा किया जा रहा है कि इस फिल्म को देखने के बाद देश की जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में वोट देने का फैसला करेगी।

ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि फिल्म चुनावो के ठीक कुछ दिन पहले यानी 5 अप्रैल को रिलीज करने का तय किया गया है।

अब बताया जा रहा है कि इस फिल्म की रिलीज को एक हफ्ते के लिए टाल दिया गया है। हालांकि फिल्म के मेकर्स ने अभी तक इसे कन्फर्म नहीं किया है।

प्रड्यूसर संदीप सिंह, डायरेक्टर उमंग कुमार और ऐक्टर विवेक ओबेरॉय से इस बारे में अभी कोई बात नहीं हुई हैं। हालांकि कई मल्टीप्लेक्स के अधिकारियों ने यह कन्फर्म कर दिया है कि मोदी की बायॉपिक का शेड्यूल 5 अप्रैल से हटा दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, फिल्म के मेकर्स अब इसे 12 अप्रैल को रिलीज करने का प्लान बना रहे हैं।

सुत्रों के मुताबिक एक सिनेमाघर मालिक ने कहा है कि फिल्म में चुनाव प्रचार का कंटेंट होने के कारण चुनाव आयोग असमंजस में है क्योंकि इसकी रिलीज डेट इलेक्शन के पहले फेस 12 अप्रैल से पहले ही आ रही है। लिहाजा इस फिल्म को लेकर विवाद जारी है कि फिल्म के असर से पहले फेज की वोटिंग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फायदा पहुंचेगा। गौरतलब है कि चुनाव 2019 के समर में कई राजनीतिक दल चुनाव आयोग से इसकी रिलीज टाले जाने की बात कह रहे हैं। विपक्ष का उनका आरोप है कि इस फिल्म के जरिए आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन होता है।