जिया उल हक  

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  • Pakistan is hell for minorities specially HindusPakistan is hell for minorities specially Hindus

    ViewsMar 25, 2019, 7:36 PM IST

    अल्पसंख्यकों, खास तौर पर हिंदुओं के लिए नर्क है पाकिस्तान

    होली की पूर्व संध्या पर दो नाबालिग हिंदू लड़कियों, 13 वर्षीय रवीना और 15 वर्षीय रीना का अपहरण करके उनका धर्मांतरण कर उनका पाकिस्तान के सिंध प्रांत में उनकी उम्र से बहुत बड़े मुस्लिम पुरुषों से जबरन निकाह करा दिया गया। इसी बीच, सिंध प्रांत के कई हिंदुओं ने अपहरणकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करने से इनकार करने के बाद पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। 

  • When we will catch Pakistani Terrorists like azhar dawood and saeedWhen we will catch Pakistani Terrorists like azhar dawood and saeed

    NewsMar 11, 2019, 7:52 PM IST

    अजहर,सईद और दाऊद के गिरेबां तक कब पहुचेंगे हमारे हाथ?

    पाकिस्तान भारत विरोध पर ही जिंदा है। यही उसके अस्तित्व का आधार बन हुआ है। पाकिस्तान के जुल्फिकार अली भुट्टो ने धमकी दी थी कि हम भारत के साथ एक हजार साल तक युद्ध लड़ने को तैयार है। इसी चाह का नतीजा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच चार युद्ध हो चुके है। यह बात अलग है कि हर बार पाकिस्तान बुरी तरह से हारा। बांग्लादेश के युद्ध में तो उसकी सेना को समर्पण भी करना पड़ा । चार युद्धों में हार से पाकिस्तान ने एक ही सबक सीखा है कि परंपरागत युद्ध में वह भारत से जीत नहीं सकता। 

  • Is the Congress implementing the theory of thousand wounds on the nationIs the Congress implementing the theory of thousand wounds on the nation

    ViewsDec 5, 2018, 6:28 PM IST

    देश के सीने पर दिए हजार घाव: क्या पाकिस्तानी रणनीति पर कांग्रेस जीतना चाहती है चुनाव?

    जब देश में कांग्रेस जैसे राजनीतिक दल हों तो पाकिस्तान जैसे दुश्मनों की जरुरत ही क्या। विश्लेषण शुरु करने से पहले आपको थोड़ा पीछे ले चलते हैं। 
    बांग्लादेश में बुरी तरह मात खाने के बाद पाकिस्तानी सैनिक तानाशाह जिया-उल-हक के शासनकाल में दुश्मनों ने भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए नई योजना बनाई थी। इसे ‘हजार घावों के जरिए मात देने’ की थ्योरी कहा गया। इसके तहत पाकिस्तानी सेना और उसकी बदनाम खुफिया संस्था आईएसआई ने कई छोटी लेकिन गंभीर साजिशों का सूत्रपात किया। जिसके तहत भारत भूमि पर खालिस्तानी, कश्मीरी सहित पूर्वोत्तर में कई अलगाववादी आंदोलनों को दुश्मनों ने हवा दी। जिससे कि भारत छोटे छोटे आंदोलनों में घिरकर कमजोर हो जाए।