ज़िंदगी नित नए इम्तेहान लेती है, जो इस इम्तेहान में पास हो जाता है वही समाज में लकीर खींचता है, जयपुर की गुलेश चौहान से ज़िंदगी ने सख्त इम्तेहान लिए, तीस साल की उम्र से पहले ही वो विधवा हो गयीं, घर चलाने के लिए टिफिन सर्विस किया, घरों में खाना बनाया, गाडी चलाई और और बन गयीं देश की पहली ऊबर ड्राइवर।