Income Tax Calculator:  नया वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से शुरू होने वाला है, और करदाता अपने टैक्स सेविंग प्लान को लेकर चिंता में होंगे। लेकिन अगर आपकी वार्षिक आय 17 लाख रुपये तक है, तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है! विशेषज्ञों के मुताबिक, आपको ZERO आयकर देना पड़ सकता है—बिलकुल सही सुना आपने!

12 लाख नहीं, 17 लाख तक टैक्स-फ्री आय! कैसे?
सरकार ने नए कर शासन (New Tax Regime) के तहत कई बदलाव किए हैं, जिससे अब 12 लाख नहीं बल्कि 17 लाख रुपये तक की आय टैक्स-फ्री बनाई जा सकती है। यह कैसे संभव है? चलिए समझते हैं:

1. स्टैंडर्ड डिडक्शन (Standard Deduction) – ₹75,000

  • नया कर शासन चुनने वाले कर्मचारियों को ₹75,000 तक की स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगी।
  • इससे कर योग्य आय 12 लाख से घटकर 11.25 लाख हो जाती है।

2. CTC में टैक्स-फ्री भत्ते और खर्चे

  • CTC (Cost to Company) में कई ऐसे भत्ते होते हैं जो कर-मुक्त (Tax-Free) होते हैं। जैसे:
  • परिवहन भत्ता (Transport Allowance) – शारीरिक रूप से विकलांग कर्मचारियों के लिए ₹38,400 तक की छूट।
  • टेलीफोन और इंटरनेट बिल (Telephone & Internet Bills) – इस पर कोई सीमा नहीं, दोनों कर व्यवस्थाओं में कर-मुक्त।
  • कार लीज (Car Lease Benefits) – कार लीज योजना के तहत ₹1,800 प्रति माह तक की टैक्स छूट (छोटी कारों पर)।

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3. HRA और लीव ट्रैवल एलाउंस (LTA) का लाभ

  • गृह किराया भत्ता (HRA) – यदि आप किराए पर रहते हैं, तो HRA पर छूट पा सकते हैं।
  • लीव ट्रैवल अलाउंस (LTA) – यात्रा खर्च पर छूट मिलती है, जो आपकी कर योग्य आय को कम करती है।

4. कंपनी के खर्चे (Company Reimbursements)

  • कई कंपनियां कर्मचारियों को ऑफिस-रिलेटेड खर्चों की प्रतिपूर्ति करती हैं, जैसे कि:
  • ऑफिस यात्रा खर्च
  • लैपटॉप और वर्क-फ्रॉम-होम उपकरण
  • पेशेवर विकास पाठ्यक्रम
  • यह सब कर योग्य आय को कम करता है, जिससे टैक्स बचता है।

5. नई टैक्स स्लैब के तहत कम टैक्स दरें
नए कर शासन में ₹7 लाख तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं और 5% से 30% तक की स्लैब दी गई हैं। लेकिन ऊपर बताए गए सभी डिडक्शन और छूटों को मिलाकर 17 लाख तक की सैलरी टैक्स-फ्री हो सकती है!

17 लाख रुपये की कमाई पर ZERO टैक्स!
अगर आप सही टैक्स प्लानिंग करें, तो नए कर शासन के तहत 17 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा। इसके लिए आपको CTC में शामिल भत्तों और खर्चों को सही तरीके से मैनेज करना होगा।

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